मप्रः मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दी विश्व संस्कृत दिवस की शुभकामनाएं
भोपाल, 9 अगस्त (हि.स.)। देश में श्रावणी पूर्णिमा अर्थात् रक्षाबन्धन ऋषियों के स्मरण तथा पूजा और समर्पण का पर्व माना जाता है। ऋषि ही संस्कृत साहित्य के आदि स्रोत हैं, इसलिए श्रावणी पूर्णिमा को ऋषि पर्व और संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है। मध्य प्
सीएम मोहन यादव (फोइल फोटो)


भोपाल, 9 अगस्त (हि.स.)। देश में श्रावणी पूर्णिमा अर्थात् रक्षाबन्धन ऋषियों के स्मरण तथा पूजा और समर्पण का पर्व माना जाता है। ऋषि ही संस्कृत साहित्य के आदि स्रोत हैं, इसलिए श्रावणी पूर्णिमा को ऋषि पर्व और संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को विश्व संस्कृत दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा है कि देवभाषा संस्कृत समस्त भाषाओं की जननी है, इसमें लोकहित, संपूर्ण जगत के मंगल व कल्याण के पवित्र भाव निहित है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा की शाश्वत विरासत को समर्पित यह अवसर हम सबको प्रेरणा देता है कि इसके संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों में हम सभी सहभागी बनें।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर