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देहरादून, 9 अगस्त (हि.स.)। उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल में बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्य तेजी से चल रहे हैं। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने और बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने रिलीज जारी कर बताया कि लिमचीगाड में वैली ब्रिज का कार्य प्रगति पर है और आज शनिवार रात तक निमार्ण पूरा होने की संभावना है, इससे आगे की सड़क खुलवाने के लिए भटवाड़ी में पीडब्ल्यूडी के मशीन और गेबियन स्ट्रक्चर तैयारी हालत में है। जिन्हें सोन गाड में ढाई सौ मीटर और 300 मीटर के दो वाशआउट हुए एरिया को दोबारा वाहनों के आवागमन हेतु बनाने के कार्य में लगाया जाएगा।
हर्षिल एयरटेल कंपनी की एक टीम भी आज हेलीकॉप्टर से भेज दी गई है एवं उन्हें हर्षिल में 100 लीटर ईंधन उपलब्ध करा दिया गया है, जिससे आज एयरटेल के दो टावर ऑपरेशनल हो जाएंगे। इससे हर्षिल और धराली क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी में गुणात्मक सुधार होने की आशा है।
इसके साथ ही प्रभावित क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह सुचारू करने के लियए यूपीसीएल की टीम के साथ हैवी वायर प्रभावित क्षेत्र में पहुंचा दिए गए हैं, जिससे सामान्य विद्युत व्यवस्था जल्दी ही स्थापित होने की उम्मीद है।
वैली ब्रिज निर्माण की साइट पर एसडीआरएफ एवं पुलिस की टीम रात दिन तैनात है, जिससे कार्य सुचारू बना रहे व किसी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके। इसी प्रकार सभी लैंडस्लाइड जोन में पुलिस बल तैनात किया गया है।
मातली एवं चिनियालीसौड़ हेलीपैड पर पुलिस की ओर से निर्माण एजेंसियों एवं अन्य लाइन डिपार्टमेंट की सामग्री भिजवाने हेतु प्राथमिकता पर सहयोग किया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल