नमामि गंगे द्वारा ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता
हल्द्वानी, 8 अगस्त (हि.स.)।हल्द्वानी। राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, नमामि गंगे उत्तराखंड के अंतर्गत प्रदेशभर में चल रहे हर घर तिरंगा कार्यक्रम की श्रृंखला में इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय, हल्द्वानी में “तिरंगा हमारी शान
नमामि गंगे द्वारा ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता


हल्द्वानी, 8 अगस्त (हि.स.)।हल्द्वानी। राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, नमामि गंगे उत्तराखंड के अंतर्गत प्रदेशभर में चल रहे हर घर तिरंगा कार्यक्रम की श्रृंखला में इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय, हल्द्वानी में “तिरंगा हमारी शान” विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

प्रतियोगिता में अपने विचार रखेते हुए बबीता चिलवाल ने कहा तिरंगा हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता हमारे पूर्वजों के बलिदान का परिणाम है। इसे लहराना हमारे लिए गर्व और जिम्मेदारी दोनों है। ईशा मेहरा ने तिरंगे के तीन रंग को स्वयं के लिए साहस, शांति और विकास का मार्गदर्शन बताया। करिश्मा कोरंगा ने कहा कि जब तिरंगा आसमान में लहराता है, तो मन में देशभक्ति की लहर उमड़ पड़ती है। यह हमारी पहचान और एकता का प्रतीक है। प्रेरणा कार्की ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि तिरंगे का हर रंग एक कहानी कहता है—बलिदान, सत्य और समर्पण की। इसे देखकर मन में राष्ट्र के लिए कुछ करने की प्रेरणा मिलती है। दिव्या बिष्ट बोली कि तिरंगा केवल कपड़े का टुकड़ा नहीं, यह भारत की आत्मा है। यह हमें एक सूत्र में बांधकर रखता है

।गरिमा पंत ने अपने भाषण में कहा कि तिरंगे की लहर में भारत की संस्कृति और संघर्ष की गाथा है। यह हमें हमेशा एकजुट रहने का संदेश देता है। कविता फुलारा ने कहा कि तिरंगे के बिना भारत अधूरा है। यह हमारी आज़ादी और आत्मसम्मान का सबसे बड़ा प्रतीक है। कोमल जीना ने कहा कि कि तिरंगा हमें गर्व से सिर उठाकर जीना सिखाता है।

यह हर भारतीय की शक्ति और एकता का परिचायक है। अदिति दानी बोलीं कि तिरंगे का हर रंग मुझे देश के लिए जीने और मरने का हौसला देता है। यह हमारी अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। नोडल अधिकारी नमामि गंगे डॉ0 रितुराज पंत ने बताया कि “राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, नमामि गंगे उत्तराखंड द्वारा 8 अगस्त से हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन प्रदेशभर में किया जा रहा है। इसी क्रम में हमारे महाविद्यालय में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई, ताकि यह समझा जा सके कि आज की पीढ़ी हमारे राष्ट्रीय ध्वज के प्रति क्या सोच रखती है। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 आभा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि दीक्षारंभ कार्यक्रम के अंतिम दिवस विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों के द्वारा छात्राओं को उपलब्ध संसाधनों के बारे में बताया गया साथ ही हर घर तिरंगा कार्यक्रम के विषय में भी छात्राओं को रुबरु करवाया गया। उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति सम्मान और एकजुटता का संदेश है।

तिरंगे के रंग हमें विविधता में एकता की सीख देते हैं और हर भारतीय के मन में गर्व की भावना जगाते हैं। हमें यह ध्वज केवल पर्वों पर नहीं, बल्कि अपने जीवन के हर क्षण में सम्मानपूर्वक याद रखना चाहिए।निर्णायक मंडल में डॉ विद्या कुमारी और डॉ हिमानी ने अपनी भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन डॉ श्वेता बिश्नोई ने किया। इस अवसर पर प्रो नरेंद्र कुमार, डॉ विजय बिष्ट, डॉ गणेश नेगी, डॉ हेमलता, डॉ तनुजा बिष्ट, डॉ शरद मिश्रा, डॉ रितु सिंह, डा रेखा जोशी, डॉ प्रभा साह, डॉ संजू, डॉ विवेक, डॉ राजेश सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता