Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बिजनौर ,08 अगस्त (हि.स.) | उत्तर प्रदेश में बिजनाैर जिले की जिलाधिकारी जसजीत काैर ने शुक्रवार दाेपहर काे ट्रैक्टर में बैठकर पूर्वाहन तहसील सदर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों ग्राम रावली एवं ग्राम ब्रह्मपुरी का निरीक्षण किया। उन्होंने मोटर बोट से मालन और गंगा नदी के जल स्तर का भी जायजा लिया।इस दाैरान बाढ़ पीड़िताें राशन किट का वितरण किया गया। जिलाधिकारी के साथ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट स्मृति मिश्रा, उप जिलाधिकारी सदर सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
जिलाधिकारी ने बताया कि रावली गांव में बाढ़ प्रभावित ज़रूरतमंद लोगों के लिए रसोई शुरू की गई है, जिसमें लोगों को ताजा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। बाढ़ विस्थापितों की हर संभव सहायता की जा रही है। विशेष रूप से उनको खाद्यान्न पहुंचाया जा रहा है, इसकी कमी न हाे इसके लिए पहले ही अधिकारियाें काे निर्देश दिए गए हैं। पशुओं के चारे की भी समुचित व्यवस्था है।
उन्होंने गंगा और मालन नदी के प्रवाह का जायजा लेने के बाद ग्राम वासियों का आवाहन किया कि बढ़े हुए जल स्तर के दृष्टिगत किसी भी अवस्था में पानी में न जाएं और न ही अपने मवेशियों को पानी में जाने दे। बाढ़ प्रभावित शिविरों में 800 खाद्यान्न कीटों का वितरण किया जा चुका है, जिले की पांचों तहसीलों में कल 68 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, पानी में डूबने से दो पशुओं की मृत्यु हुई है|
डीएम ने राशन किट वितरण के दौरान बाढ़ प्रभावित लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनके सहयोग और उनकी सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। उनकी किसी भी प्रकार की समस्या का प्राथमिकता के आधार पर निदान किया जाएगा।
मालूम हो जनपद के मुख्य मार्ग बिजनौर से दिल्ली मेरठ, बिजनौर से मंडावर हरिद्वार, बिजनौर से कोतवाली नगीना आदि मुख्य मार्ग नदियों में उफान आने के कारण 24 घंटे आवागमन ठप्प है |
----------------
हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र