उत्तराखण्ड में आई बाढ़ में 17 नेपाली नागरिक भी लापता
काठमांडू, 07 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखण्ड के धराली आपदा की वजह से भीषण बाढ़ की चपेट में आकर लापता हुए व्यक्तियों में नेपाल के भी 17 नागरिक होने की जानकारी मिली है। नेपाल के विभिन्न जिलों से गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय में दी गई जानकारी के मुताबिक उ
उत्तराखण्ड में आई बाढ़ का दृश्य


काठमांडू, 07 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखण्ड के धराली आपदा की वजह से भीषण बाढ़ की चपेट में आकर लापता हुए व्यक्तियों में नेपाल के भी 17 नागरिक होने की जानकारी मिली है।

नेपाल के विभिन्न जिलों से गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय में दी गई जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में बुधवार को आई बाढ़ में अब तक 17 नेपाली नागरिक भी लापता हैं। इनमें नेपाल के बर्दिया और जाजरकोट जिले के लोग शामिल हैं।

गृह मंत्रालय के मुताबिक बर्दिया के जिला प्रशासन के तरफ से 5 लोगों के लापता होने की जानकारी दी गई है, जबकि जाजरकोट जिले के 13 लोगों के लापता होने की जानकारी वाहन के जिला प्रशासन ने दी ही।

बर्दिया जिला के प्रमुख जिला अधिकारी सुरेन्द्र पौडेल के मुताबिक इस जिले के विभिन्न परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के लापता होने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पांच लोगों के लापता होने की पुष्टि उत्तराखंड में रहे अन्य नेपाली नागरिकों से भी की गई है। इस घटना में तीन नेपाली नागरिकों के गंभीर रूप से घायल होने की भी जानकारी मिली है।

इसी तरह जाजरकोट जिले के कुशे गांव के प्रधान हरिचंद्र बस्नेत ने एक बयान जारी कर इस गांव के 13 लोगों के लापता होने की बात कही है। इस बयान में कुशे गांव के वार्ड नंबर 2 के निवासी जो उत्तराखंड के धाराली में रहते थे उन सबके लापता होने की बात कही गई है। बस्नेत ने अपने बयान में कहा है कि यह संख्या और अधिक बढ़ सकती है।

उत्तराखण्ड के धाराली में रहने वाले एक नेपाली परिवार के सात लोग भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कुशे गांव के ही रहने वाले नवीन सिंह नामक युवक ने बताया कि उसके पिता मान बहादुर सिंह सहित सात सदस्य बाढ़ की चपेट में आने के बाद से ही लापता हैं।

नई दिल्ली स्थित नेपाली राजदूतावास के कार्यवाहक राजदूत डा सुरेन्द्र थापा ने बताया कि नेपाल के विदेश मंत्रालय से नेपाली नागरिकों के लापता होने की जानकारी मिलने के साथ ही यहां दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर लापता नेपाली नागरिकों की अवस्था के बारे में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास