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अयोध्या, 7 अगस्त (हि.स.)। रामनगरी में एक साथ 501 रामार्चा पूजन, 51 कुण्डीय श्रीराम महायज्ञ, श्रीराम मंत्र जप अनुष्ठान 5 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक श्रीमद् जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी वल्लभाचार्य महाराज के संयोजन में श्री रामहर्षण मैथली सख्य पीठ धर्माथ सेवा ट्रस्ट श्रीरामहर्षणम चारुशीला मंदिर, जानकीघाट में किया जाएगा। इसका भूमि पूजन, ध्वजारोहण मणिरामदास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास महाराज की अध्यक्षता एवं विशिष्ट संत-महंताें के उपस्थिति में गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चार संग किया गया।
महंत कमलनयन दास महाराज ने कहा कि अयोध्या में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में इससे पहले 501 रामायण का पूजन एक साथ नहीं हुआ था। प्रभु श्री राम अपने जन्म स्थान पर विराजमान हुए। तब से ऐसे दिव्य अनुष्ठान अयोध्या में प्रारंभ हो गए हैं। यह अनुष्ठान और श्री राम महायज्ञ अलौकिक होगा। धर्मसम्राट श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज के उत्तराधिकारी एवं संकटमोचन सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास महाराज ने कहा कि संतों के प्रयास से श्रीराम महायज्ञ उत्सव नहीं एक महोत्सव होगा। रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजय शरण महाराज ने बताया कि रामार्चा पूजन का बड़ा महत्व है और एक साथ पहली बार इतना बड़ा महोत्सव अयोध्या में एक उत्सव के रूप में होगा। हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमहंत प्रेमदास महाराज के शिष्य महंत डॉ. महेश दास ने कहा कि जब से प्रभु श्री रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान हुए हैं। नित्य उत्सव हो रहा है, लेकिन 5 अक्टूबर से अयोध्या में महा महोत्सव होगा।
जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य महाराज ने कहा कि स्वामी रामहर्षण महाराज महापुरुष थे। राम नाम जप अनुष्ठान के रजत जयंती समारोह पर यह अनुष्ठान अयोध्या में सबसे अनुपम और अलौकिक होगा। जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी वल्लभाचार्य महाराज ने सभी संतों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम संतों महापुरुषों का है। मैं तो उनके निमित्त के रूप में कार्य करूंगा और गुरुदेव भगवान के संकल्पों को पूरा करने का प्रयास कर रहा हूं। यह कार्यक्रम भाव हो इसमें सभी संत सहभागी हैं। मैं उनके निर्देशों का पालन कर रहा हूं। 5 अक्टूबर की कलश यात्रा में 1100 माताएं बहाने पीली साड़ी में कलश लेकर के सरयू तट से कार्यक्रम स्थल तक आएगी। जिसमें हाथी घोड़े दर्जन रथ होंगे महान विभूतियां उसे पर विराजमान होगी और इस कार्यक्रम में लाखों भक्तों सम्मिलित होंगे हवन पूजन दर्शन यज्ञ अनुष्ठान करेंगे।
भूमिपूजन कार्यक्रम में निर्वाणी अनी के श्रीमहंत मुरली दास, निर्वाणी अनी के महासचिव महंत नंदराम दास व महंत सत्यदेव दास, महंत स्वामी अवधेश कुमार दास, महंत सीताराम दास महात्यागी, महंत रामकुमार दास, महंत जनार्दन दास, महंत गिरीश दास, हेमंत दास, आनंद शास्त्री, गजाधर दास, शिवम श्रीवास्तव, महिला मंडल की अध्यक्ष मानवती मिश्रा, अध्यक्ष डॉ अभिलाष प्रसाद त्रिपाठी , कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुमार मिश्रा सचिव बृजेंद्र तिवारी, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद तिवारी आदि माैजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय