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- सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ होगी उच्च स्तरीय वार्ता
नई दिल्ली, 07 अगस्त (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल साइमन स्टुअर्ट 10 से 14 अगस्त तक चार दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे। इस दौरान वे भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय चर्चा करेंगे। उनकी भारत यात्रा को दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाने, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझेदारी को मजबूत करने, संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण और रक्षा उद्योग में सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल साइमन स्टुअर्ट की यह यात्रा भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के मात्र चार महीने बाद हो रही है, जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स एडमिरल डेविड जॉनस्टन और चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के साथ उच्च स्तरीय बैठकें की थीं। इन बैठकों में दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया था। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, संयुक्त अभ्यास, क्षमता निर्माण, रक्षा प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान और नई द्विपक्षीय पहलों पर जोर दिया गया था।
सीडीएस की यात्रा के बाद ऑस्ट्रेलियाई सेना प्रमुख के इस चार दिवसीय दौरे में संयुक्त प्रशिक्षण, अभ्यास, रक्षा तकनीक और परिचालन तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस दौरान वे भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय चर्चा करेंगे। सेना सूत्रों के अनुसार उनकी यह यात्रा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, जो भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी और सैन्य क्षेत्र में बढ़ते रिश्तों को मजबूत करती है, क्योंकि दोनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्थिर और नियम-आधारित व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले नवंबर, 2023 में नई दिल्ली में 2 प्लस 2 मंत्रिस्तरीय वार्ता आयोजित की थी। इसका अगला संस्करण 2025 में ऑस्ट्रेलिया में निर्धारित है, जिसमें दोनों देशों के बीच नियमित उच्चस्तरीय वार्ता प्रदर्शित होगी। दोनों देशों के बीच ये संवाद, कार्य समूहों और स्टाफ-स्तरीय वार्ताओं के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षमता विकास, रसद, अंतर-संचालन और रणनीतिक रुख में सहयोग को आगे बढ़ाते रहेंगे। भारत और ऑस्ट्रेलिया सरकारी स्तर पर विकसित होती रक्षा साझेदारी बना रहे हैं, जो निरंतर जुड़ाव और रणनीतिक समन्वय का प्रतीक है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम