पूसीरे के महाप्रबंधक ने प्रस्तावित वैगन वर्कशॉप स्थल का निरीक्षण किया
गुवाहाटी, 07 अगस्त (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने असम के कोकराझार ज़िले के अलीपुरद्वार मंडल स्थित बासबाड़ी में प्रस्तावित वैगन पीरियॉडिक ओवरहॉलिंग (पीओएच) वर्कशॉप स्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर वरिष्ठ रेलवे
असमः कोकराझार जिले के बासबाड़ी में प्रस्तावित वैगन वर्कशॉप स्थल का निरीक्षण करते पूसीरे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव


गुवाहाटी, 07 अगस्त (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने असम के कोकराझार ज़िले के अलीपुरद्वार मंडल स्थित बासबाड़ी में प्रस्तावित वैगन पीरियॉडिक ओवरहॉलिंग (पीओएच) वर्कशॉप स्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के साथ श्री उत्तम हाजोवारी, टीसीएलसीसी, बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के अध्यक्ष भी उपस्थित थे। यह कारखाना प्रतिमाह 250 वैगनों की मरम्मत क्षमता के साथ स्थापित किए जाने का प्रस्ताव है, जिसमें प्रथम चरण में प्रतिमाह 75 वैगनों की मरम्मत का लक्ष्य रखा गया है।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि प्रथम चरण की अनुमानित लागत 256.35 करोड़ रुपये है। यह परियोजना क्षेत्र में विविध रोजगार अवसरों का सृजन, कौशल विकास को प्रोत्साहन, स्थानीय सहायक उद्योगों की वृद्धि तथा असम के बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) को एक प्रमुख लॉजिस्टिक तथा औद्योगिक केंद्र में रूपांतरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। लगभग 2500 बीघा क्षेत्रफल में फैली यह बासबाड़ी पीओएच वर्कशॉप रणनीतिक रूप से स्थित है - बासबाड़ी स्टेशन से मात्र 1 किमी तथा रूपसी हवाई अड्डे से 17 किमी की दूरी पर, जो इसे मजबूत बहुपरिवहन संपर्क प्रदान करता है।

निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने इस परियोजना के महत्व को रेखांकित किया, विशेष रूप से उन रेल अवसंरचना परियोजनाओं (नई लाइन, दोहरीकरण एवं मल्टीमॉडल परियोजनाओं) के कार्यान्वयन के बाद आने वाले माल यातायात में अपेक्षित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए। उन्होंने कहा कि बासबाड़ी पीओएच वर्कशॉप परिचालन दक्षता को बढ़ाने और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को समर्थन देने में एक केंद्रीय भूमिका निभाएगी। वर्कशॉप को आधुनिक सुविधाओं के साथ डिज़ाइन किया गया है, जिसमें स्ट्रिपिंग, बॉडी मरम्मत, पेंटिंग, सहायक कार्यों एवं गुणवत्ता नियंत्रण हेतु विशेषीकृत इकाइयां शामिल हैं, और इसे चरणबद्ध रूप में इसकी पूर्ण मरम्मत क्षमता तक विस्तारित किया जाएगा।

महाप्रबंधक ने परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने पर बल दिया, साथ ही सुरक्षा, गुणवत्ता एवं स्थायी विकास को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया। ऐसे निरीक्षण पूसीरे की इस प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं कि वह क्षेत्र में यात्रियों एवं माल ग्राहकों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु अवसंरचना को उन्नत बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय