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कोलकाता, 5 अगस्त (हि.स.) । पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर कूचबिहार में हुए हमले के बाद उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती और पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार को पत्र लिखकर सुरक्षा चूक पर जवाब मांगने की बात कही है। अधिकारी का कहना है कि जेड श्रेणी की सुरक्षा होने के बावजूद यह घटना होना कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।
भाजपा नेता मंगलवार को 65 अन्य पार्टी विधायकों के साथ कूचबिहार में पुलिस अधीक्षक के कार्यालय तक मार्च करने और जिले में भाजपा जनप्रतिनिधियों पर हाल में हुए कथित हमलों के खिलाफ ज्ञापन देने वाले थे। अधिकारी ने बताया कि जैसे ही उनका काफिला खगराबाड़ी इलाके में पहुंचा, तृणमूल के प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाए और देखते ही देखते भीड़ हिंसक हो गई। भीड़ ने बांस की लाठियों, लोहे की रॉड और पत्थरों से हमला कर काफिले की गाड़ियों को निशाना बनाया। अधिकारी को किसी तरह की चोट नहीं आई क्योंकि उनकी गाड़ी में बुलेटप्रूफ शीशा लगा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की बौखलाहट को दर्शाता है, जो उन्हें रोकने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। अधिकारी ने कहा कि यह घटना इस बात का सबूत है कि कूचबिहार ही नहीं, पूरे पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और राज्य प्रशासन उनकी कार्यक्रम की जानकारी होने के बावजूद सुरक्षा देने में नाकाम रहा।
अधिकारी ने साफ कहा कि ममता बनर्जी यह सोच रही हैं कि हिंसा के जरिए उन्हें डराया या रोका जा सकता है, लेकिन वह गलत हैं। उन्होंने दावा किया कि 2026 में ममता बनर्जी की सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता से बाहर किया जाएगा और इस तरह की घटनाएं उनके खिलाफ ही जाएंगी।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर