(अपडेट) स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करके लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस ने किया निराश
स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करके लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस ने किया निराश


- पहले दिन के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 15.19 प्रतिशत का नुकसान

नई दिल्ली, 05 अगस्त (हि.स.)। नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 158 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी एंट्री 136 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 137.52 रुपये के स्तर पर हुई। इस तरह लिस्टिंग के साथ ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को करीब 13 प्रतिशत का नुकसान हो गया। हालांकि, लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के शेयर 146.70 रुपये के स्तर तक भी पहुंचे। इसके बाद बिकवाली का दबाव बन जाने के कारण कंपनी के शेयर 134 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 15.19 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस का 254.26 करोड़ रुपये का आईपीओ 29 से 31 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.86 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.30 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.83 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.20 गुना सब्सक्राइब हुआ था। एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.54 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इस आईपीओ के तहत 165.17 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 5 रुपये फेस वैल्यू वाले 56,38,620 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपना कैपिटल बेस बढ़ाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 15.97 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 22.47 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 36.01 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 376 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 248.04 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक