भाजपा सांसद ने चुनाव आयोग से की ममता की शिकायत, बूथ लेवल अधिकारियों को धमकाने का लगाया आरोप
ज्योतिर्मय सिंह महतो


कोलकाता, 5 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखकर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर संवैधानिक अधिकारों से आगे बढ़कर चुनाव प्रक्रिया में दखल देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को मतदाता सूची से एक भी नाम न हटाने की‌ धमकी देकर निर्वाचन प्रक्रिया में बाधा डाली है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।

महतो ने दावा किया कि हाल ही में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा बीएलओ को दिया गया यह निर्देश भारतीय लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी चुनाव आयोग के अधिकारों की खुली अवहेलना कर रही हैं और 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव में धांधली के लिए अवैध मतदाताओं को बचा रही है।

भाजपा सांसद ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी मतदाताओं की सुरक्षा करना है। उन्होंने दावा किया कि विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों—मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर 24 परगना में एक करोड़ से अधिक ऐसे अवैध मतदाता शामिल हैं।

महतो ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा की जा रही विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया को ममता बनर्जी ने राज्य में अप्रत्यक्ष रूप से एनआरसी लागू करने का प्रयास बताकर गलत जानकारी फैलाई है, ताकि अवैध मतदाताओं को बचाया जा सके। अपने पत्र में महतो ने मुख्य चुनाव आयुक्त से अपील की है कि वे मुख्यमंत्री द्वारा विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाओं का खंडन करें और इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई पर विचार करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर