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भुवनेश्वर, 4 अगस्त (हि.स.)। ओडिशा भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (विजिलेंस) ने बौद्ध जिले में तैनात मोटर वाहन निरीक्षक गोलाप चंद्र हांसदा को उनकी आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को शुरु हुए विभाग की छापेमारी में करोड़ों रुपये मूल्य की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, हांसदा के छह ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 44 प्लॉट, एक किलोग्राम सोना, 2.126 किलोग्राम चांदी, ₹1.34 करोड़ की बैंक जमा राशि और ₹2.38 लाख नकद बरामद किए गए हैं। इसके अलावा एक डायरी मिली है जिसमें कथित बेनामी लेनदेन और उनकी बेटी की मेडिकल पढ़ाई पर ₹40 लाख के खर्च का विवरण दर्ज है।
हांसदा के पास मयूरभंज जिले के बारिपदा में 3,300 वर्गफुट क्षेत्रफल वाला एक दो-मंजिला भवन भी पाया गया है। बरामद 44 प्लॉटों में से 43 बारिपदा शहर एवं आसपास स्थित हैं, जबकि एक प्लॉट बालासोर के बाहरी इलाके में स्थित है। इन प्लॉटों की बिक्री विलेख के अनुसार कुल कीमत लगभग ₹1.49 करोड़ आंकी गई है। विजिलेंस की तकनीकी टीम अब सभी संपत्तियों का माप और बाजार मूल्य का आकलन कर रही है।
गोलाप चंद्र हांसदा ने 1991 में सरकारी सेवा में प्रवेश किया था और उन्होंने संबलपुर व देवगढ़ के जिला उद्योग केंद्रों में कार्य किया था। उन्हें 2003 में जूनियर एमवीआई पद पर पदोन्नत किया गया और उन्होंने कई जिलों में सेवाएं दीं। वर्ष 2020 में वह एमवीआई पद पर पदोन्नत होकर बौद्ध आरटीओ कार्यालय में पदस्थ हुए, जहां वे वर्तमान में कार्यरत हैं। उनकी मौजूदा मासिक वेतन ₹1.08 लाख है।
विजिलेंस विभाग ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो