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बेटे की दवा लेकर आते हुए सडक़ हादसे में ब्रेन डेथ हुए, परिवार ने किडनी डोनेट की
जोधपुर, 04 अगस्त (हि.स.)। जोधपुर एम्स में ब्रेन डेड होने पर ट्यूशन टीचर सेवाराम के ऑर्गन आज डोनेट किए गए हैं। उनकी दोनों किडनी से दो लोगों की जान बचाई जा सकेगी। सेवाराम को 29 जुलाई को हुए सडक़ हादसे में सिर पर गंभीर चोट लगी थी। एम्स के डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें ब्रेन डेथ घोषित कर दिया था।
सेवाराम का परिवार जोधपुर के ही झालामंड बाईपास कुम्हारों की बगीची का रहने वाला है। ब्रेन डेथ हुए सेवाराम (47) अपने घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते थे। परिवार में मां पाकुड़ी देवी, पिता शंकरलाल, भाई संतोष (43), पत्नी धर्मी (45), बेटी चंद्रिका (21) और बेटा स्वरूप (13) है। बेटा अभी 9 वीं कक्षा में पढ़ता हैं। वहीं, बेटी चंद्रिका की शादी गई है। पिता शंकर लाल और भाई संतोष टायर पंचर की दुकान चलाते हैं। माता पाकुड़ी देवी गृहिणी हैं। पिता शंकरलाल ने बताया कि सेवाराम अपने बेटे के मुंह में छाले होने पर 29 जुलाई को दोपहर 3 बजे मेडिकल स्टोर से दवाई लेकर घर आ रहे थे। तभी मोती मार्केट रोड पर उनकी स्कूटी को बाइक सवार ने टक्कर मार दी। हादसे में सिर पर चोट लगी। पांव भी टूट गया। इस पर साढ़े 3 बजे एम्स हॉस्पिटल लेकर आए। यहां इमरजेंसी में इलाज शुरू किया गया। दो घंटे बाद डॉक्टरों ने बताया कि उनका ब्रेन डेथ हो चुका है। इस पर हमने चार पांच दिन इंतजार किया कि वो ठीक हो जाएं। ठीक नहीं हुए तो अंगदान करने का निर्णय लिया। इस पर परिजनों ने 2 अगस्त को एम्स प्रशासन को जानकारी दी।
एम्स में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के नोडल अधिकारी डॉक्टर शिव कुमार नावरिया ने बताया कि मरीज सेवाराम के ब्रेन डेथ होने पर टेस्ट किया गया। इसके बाद ऑर्गन डोनेट करने की प्रक्रिया परिवार को समझाई गई। सेवाराम की एक किडनी जयपुर के एक मरीज और दूसरी किडनी जोधपुर एम्स में एडमिट मरीज को लगाई जाएगी। एम्स जोधपुर में अब तक 75 किडनी ट्रांसप्लांट, 25 लीवर ट्रांसप्लांट हो चुके हैं। इसके अलावा 2 बॉर्न मेरो ट्रांसप्लांट हो चुके हैं। एम्स के अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉक्टर दीपक झा ने बताया- आज विश्व अंगदान दिवस है। इस मौके पर अंगदान करना गौरव का पल है। एम्स प्रशासन दानदाता परिवार का आभार जताता है। इस मुश्किल परिस्थितियों में उन्होंने इस तरह का निर्णय लिया।
चिकित्सा टीम में यह रहे शामिल
यह प्रत्यारोपण एम्स जोधपुर के कार्यकारी निदेशक प्रो. गोवर्धन दत्त पुरी के नेतृत्व में तथा ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के चेयरमैन डॉ. एएस संधू, नोडल ऑफिसर डॉ. शिवचरण नवडिय़ा और यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एनेस्थीसिया, ब्रेन डेथ डिक्लेरेशन टीम एवं प्रशासन के निकट सहयोग से सम्पन्न हुआ। इसमें एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. मनोज कमल व डॉ. अंकुर, यूरोलॉजी विभाग से डॉ. महेन्द्र व डॉ. दीपक, ब्रेन डेथ घोषणा टीम में डॉ. सादिक, डॉ. राघवेंद्र व डॉ. भरत कुमार, ट्रांसप्लांट समन्वयक दशरथ, कुलदीप व रमेश का सहयोग रहा।
अब तक आठ कैडेवरिक अंगदान
मार्च 2024 में प्रारंभ हुए कैडेवरिक ट्रांसप्लांट कार्यक्रम के तहत एम्स जोधपुर में यह 8वां कैडेवरिक अंगदान है। अब तक मृतक दाताओं से आठ किडनी और 11 लीवर ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। कुल मिलाकर एम्स जोधपुर में अब तक लगभग 75 किडनी और 25 लीवर ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं, जिनमें जीवित और मृतक दोनों प्रकार के दानकर्ता शामिल हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश