संस्कृत प्राचीन ज्ञान विज्ञान की ऐसी भाषा, जो समाज का मार्गदर्शन करती है : प्रो प्रयाग नारायण मिश्र
दीप प्रज्ज्वलित करते अतिथिगण


प्रयागराज, 04 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में साेमवार काे संस्कृत पालि, प्राकृत एवं प्राच्यभाषा विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में संस्कृत सप्ताह महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रयाग नारायण मिश्र ने कहा कि संस्कृत प्राचीन ज्ञान विज्ञान को समाहित किए हुए ऐसी भाषा है, जो वर्तमान समाज का मार्गदर्शन करती है तथा प्रतियोगिताओं द्वारा विद्यार्थियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का विकास होता है।

तत्पश्चात विभाग के आचार्य प्रोफेसर अनिल प्रताप गिरि ने कहा कि संस्कृत का शास्त्रीय ज्ञान के साथ-साथ उसका व्यवहार में आचरण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही संस्कृत में आपसी व्यवहार करने से संस्कृत का विकास सभी लोगों के बीच सम्भव होगा।

इस अवसर पर संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग के स्नातक से लेकर शोधकर्ताओं ने प्रतिभाग किया। श्लोक पाठ प्रतियोगिता में शिवांजलि ने प्रथम, प्रशान्त कुमार ने द्वितीय तथा शुभि मिश्रा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। शिवानन्द दुबे, आयुषी एवं अभय को सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉ निरुपमा त्रिपाठी, डॉ.लेख राम दन्नाना, डॉ विकास शर्मा रहे।

इविवि की पीआरओ प्रो जया कपूर ने बताया कि यह आयोजन 11 अगस्त तक चलेगा। इसके अन्तर्गत प्रतिदिन विविध आयोजनों के मध्य 7 अगस्त को भारतीय ज्ञानपरम्परायां संस्कृतस्य योगदानम् विषय पर विशिष्ट व्याख्यान होगा। आज समारोह के प्रथम दिवस के अवसर पर सर्वप्रथम सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पांजलि समर्पित करने के बाद मंगलाचरण किया गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ नंदिनी रघुवंशी ने किया। सांस्कृतिक समिति की प्रभारी डॉ रश्मि यादव ने कहा कि संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे सप्ताह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी के रूप में डॉ. तेज प्रकाश, डॉ. संदीप यादव, डॉ. रजनी गोस्वामी, डॉ. कल्पना, डॉ. संत प्रकाश तिवारी, डॉ.शतरुद्र प्रकाश, डॉ भूपेंद्र अरुण, डॉ मीनाक्षी, जोशी, डॉ रेनू कोछड़ शर्मा आदि प्राध्यापक एवं बहुत संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र