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जगदलपुर, 4 अगस्त (हि.स.)। भारतीय डाक विभाग ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए 1 सितंबर 2025 से रजिस्टर्ड डाक सेवा को बंद करने की घोषणा कर दी है। यह सेवा अब स्पीड पोस्ट में मर्ज कर दी जाएगी। इसके बाद जरूरी दस्तावेज या पार्सल भेजने के लिए केवल स्पीड पोस्ट ही विकल्प रहेगा। डाक सेवाओं में यह एक बड़ा बदलाव है। डाक विभाग जगदलपुर के अधीक्षक आरपी वर्मा ने बताया कि संभाग के सभी पोस्टमास्टरों को 31 जुलाई तक जरूरी संशोधन करने के निर्देश दिए थे, जिससे यह बदलाव 1 सितंबर से प्रभावी हो सके। सभी सरकारी दफ्तरों, न्यायालयों और अन्य संस्थानों को भी अपने संचार माध्यमों में बदलाव करने को कहा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रजिस्टर्ड डाक सेवा की शुरुआत 1854 में ब्रिटिश शासन के दौरान 'लॉर्ड डलहौजी द्वारा की गई थी। इससे पहले 1766 में वारेन हेस्टिंग्स ने ईस्ट इंडिया कंपनी के अंतर्गत 'कंपनी मेल' की शुरुआत की गई थी। रजिस्टर्ड डाक आम जनता के लिए एक भरोसेमंद और सस्ता विकल्प रहा है, 171 साल पुरानी रजिस्टर्ड डाक सेवा अब समाप्त होने जा रही है । यह सेवा स्पीड पोस्ट में समाहित कर दी जाएगी, जिससे ट्रैकिंग, डिलीवरी और सुविधा में सुधार होगा। स्पीड पोस्ट सेवा अधिक तेज है, जिससे पत्र या पार्सल जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे । हालांकि इसकी दरें रजिस्टर्ड डाक की तुलना में अधिक होंगी, लेकिन सुविधाएं भी बेहतर मिलेंगी । एकीकृत सेवा होने से डाक विभाग के संचालन में तेजी आएगी और संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा । स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजे गए पार्सलों की ऑनलाइन रीयल-टाइम ट्रैकिंग की जा सकेगी, जो रजिस्टर्ड डाक में सीमित थी।
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे