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कोलकाता, 04 अगस्त (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही भारी बारिश ने एक ओर जहां किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है, वहीं दूसरी ओर इसका सीधा असर राज्यभर के बाजारों में सब्जियों की कीमतों पर पड़ा है। राजधानी कोलकाता समेत विभिन्न जिलों और शहरों में सब्जियों की कीमतें अचानक तेज़ी से बढ़ गई हैं, जिससे आम उपभोक्ता की जेब पर भार बढ़ गया है।
कोलकाता के बाजारों में कुछ दिन पहले तक 30 रूपए में बिक रही फूलगोभी अब 50 से 60 रूपए में बिक रही है। परवल की कीमत 30 से बढ़कर 50 रूपए प्रति किलोग्राम हो गई है। वहीं, बड़ी साइज की बैंगन 100 रूपए प्रति किलो तक पहुंच गई है, जबकि कुछ दिन पहले तक इसकी कीमत 60 थी।
राज्य कार्यबल के सदस्य रवींद्रनाथ कोले ने रविवार रात अपने एक बयान में बताया कि लगातार बारिश से फसलें बर्बाद हुई हैं और सप्लाई चेन बाधित हुई है, जिससे कीमतों में उछाल आया है। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि बीते दिनों में कुछ सब्जियों की कीमतें थोड़ी कम हुई हैं और राज्य सरकार की ओर से दाम स्थिर करने के प्रयास जारी हैं।
कोलकाता से लेकर बांकुड़ा और उत्तर 24 परगना जैसे जिलों तक हालात लगभग एक जैसे हैं। स्थानीय सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बीते कुछ हफ्तों से जिलों में लगातार हो रही बारिश ने खेतों में खड़ी सब्जियों की फसलों को नष्ट कर दिया है। इसका नतीजा यह हुआ कि बाजार में आपूर्ति घट गई और कीमतें अचानक बढ़ गईं।
बाजार में करेला 80 रूपए प्रति किलो में बिक रहा है, जबकि कुछ दिन पहले यह 50 रूपए में उपलब्ध था। शलगम की कीमत भी 50 से बढ़कर 80 रूपए हो गई है। खीरा 80, टमाटर 70, भिंडी 80 और हरी मिर्च 100 से 120 रूपए प्रति किलो के बीच बिक रही है।
राज्य के किसान संगठनों और सब्जी व्यापारियों की मानें तो जब तक बारिश का असर कम नहीं होता और फसल की स्थिति सामान्य नहीं होती, तब तक दामों में स्थायी राहत की उम्मीद कम ही है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर