सावन मास के आखिरी सोमवार पर श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा
बाबा के दरबार में कतारबद्ध श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा


बाबा के दरबार में कतारबद्ध श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा


श्रद्धालुओं से संवाद करते अफसर


—स्वर्णमंडित दरबार में मंगला आरती के बाद दर्शन पूजन का अनवरत क्रम,बाबा के आंगन में आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम,अखंड जलधार

—कतारबद्ध श्रद्धालुओं से अफसर लगातार कर रहे संवाद,शिवभक्त आह्लादित भाव से बाबा का कर रहे झांकी दर्शन

वाराणसी,04 अगस्त (हि.स.)। सावन माह के चौथे व आखिरी सोमवार को बाढ़ और बारिश के बावजूद काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में पूरे आस्था के साथ शिवभक्तों और कांवड़ियों का जन सैलाब दर्शन पूजन के लिए उमड़ पड़ा है। बाबा के आंगन में आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम दिख रहा है। काशी विश्वनाथ धाम के स्वर्णमंडित दरबार में मंगला आरती के बाद मंदिर का पट खुला तो श्रद्धालुओं की खुशी देखते ही बन रही थी। मंगला आरती के उपरांत धाम के बाहर तीनों सोमवार की भांति चौथे सोमवार को भी मैदागिन एवं गोदौलिया की तरफ पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं पर कोविलूर स्वामी के साथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, मंदिर के डिप्टी कलेक्टर, नायब तहसीलदार सहित अन्य अफसरों ने पुष्पवर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया।

इसके बाद दरबार में पावन ज्योर्तिलिंग पर गर्भगृह के बाहर बने विशेष पात्र से जलाभिषेक कर शिवभक्त आह्लादित भाव से बाबा का झांकी दर्शन कर रहे है। दर्शन पूजन के बाद काशी विश्वनाथ धाम के भव्य और नव्य विस्तारित स्वरूप को देख हर-हर महादेव, काशी विश्वनाथ शंभों का गगनभेदी कालजयी उद्घोष कर खुशी जताते रहे। मंदिर परिक्षेत्र में चप्पे-चप्पे की चौकसी के बीच रेड कार्पेट से चलकर शिवभक्त धाम में पहुंच रहे है। चौथे सोमवार पर परम्परानुसार शाम को मंदिर के गर्भगृह में बाबा का रूद्राक्ष श्रृंगार होगा। इसके लिए पूरे दरबार को सुगंधित फूलों,अशोक की पत्तियों से सजाया गया है। रूद्राक्ष श्रृंगार शाम के समय भोग आरती से पूर्व होगा। इसके पहले दरबार में दर्शन पूजन के लिए लाखों शिवभक्त रविवार देर रात से ही बैरिकेडिंग में कतारबद्ध होने लगे। दरबार में भोर में मंगला आरती के बाद मंदिर का पट खुला तो श्रद्धालु रेड कार्पेट पर चलकर दरबार में दर्शन पूजन के लिए पहुंचते रहे। पूरे दिन,शयन आरती तक यहीं क्रम बना रहेगा। मंदिर न्यास के अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धाम में चिकित्सक, एम्बुलेंस और एनडीआरएफ टीम को भी तैनात किया है। पेयजल से लेकर खोया पाया केंद्र, पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया गया है। मंदिर में गर्भगृह के पहले ही श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन एलईडी स्क्रीन पर श्रद्धालु कर रहे हैं। दरबार में जाने के लिए स्टील की रेलिंग के बीच बिछे कारपेट से श्रद्धालु जिगजैग कतार में होकर दरबार में पहुंच रहे हैं। बाबा दरबार में आने वालों की कतार एक ओर गोदौलिया से बाबा दरबार तक है तो दूसरी ओर गंगा से बाबा दरबार तक लगी हुई थी। शिवमय हुई नगरी में गंगाघाट से बाबा दरबार तक आस्था एकाकार नजर आ रहा है । कांधे पर कावड़ लिए कांवरिया नंगे पाव लगातार दरबार की ओर अनवरत बढ़ रहे है। लाइन अंतिम पंक्ति में होने के बाद भी भक्तों का उत्साह कम नही है। हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए धीमे—धीमे श्रद्धालु दर्शन के लिए आगे बढ़ रहे है। श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाने के लिए पुलिस अफसर भी उनसे संवाद करते दिखे। चौथे सोमवार पर धाम और मंदिर परिक्षेत्र के बाहर भी पुलिस अफसर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने के लिए लगातार चक्रमण कर रहे हैं। उधर, मैदागिन से गोदौलिया, सोनारपुरा चौराहे तक, गुरुबाग से रामापुरा, बेनियाबाग तिराहे तक, ब्राडवे तिराहा से सोनारपुरा होकर गोदौलिया तक, भेलूपुर से रामापुरा चौराहे तक पैदल छोड़ सभी वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है।

—कांवड़ियो की सेवा में जुटे सामाजिक संगठन

सावन के चौथे सोमवार को कतारबद्ध कावरियों और शिवभक्तों की सेवा में सामाजिक संगठनों, नागरिक सुरक्षा संगठन के साथ सपा भाजपा के कार्यकर्ता जगह-जगह शिविर लगाये हुए हैं। सावन के आखिरी सोमवार को नगर के अन्य प्रमुख शिवालयों ओंकारेश्वर महादेव,महामृत्युजंय, शूलटंकेश्वर महादेव, तिलभाण्डेश्वर महादेव, गौरी केदारेश्वर , त्रिलोचन महादेव,रामेश्वर महादेव, कर्मदेश्वर महादेव, सारंगनाथ, गौतमेश्वर महादेव,जागेश्वर महादेव सहित सभी छोटे बड़े शिवालयों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है।

—गंगा तट पर विशेष सर्तकता

गंगा में जलस्तर खतरे के निशान के काफी उपर है। इसे देखते हुए दशाश्वमेधघाट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। दशाश्वमेध घाट सहित सभी प्रमुख गंगा घाटों की ओर जाने वाले मार्गों पर पुलिस मुस्तैद है। श्रद्धालुओं को लाउड हेलर से आगाह किया जा रहा है कि वह गंगा में स्नान के दौरान सजग रहें। नौकायन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। गंगा में जल पुलिस और एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी के जवान गश्त कर रहे है।

—मार्कंडेय महादेव धाम में आस्था की अखंड जलधार

चौबेपुर कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव धाम में श्रावण माह के चौथे सोमवार को जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की अटूट कतार लगी हुई है। रविवार शाम से ही श्रद्धालु दरबार में पहुंच गये थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम दर्शन के लिए जिला प्रशासन ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की है। धाम से तीन किलोमीटर पहले कैथी तिराहे पर ही सभी प्रकार के वाहन रोक दिए जा रहे है। श्रद्धालु गंगा-गोमती संगम में डुबकी लगाने के बाद मार्कंडेय महादेव धाम दर्शन-पूजन व जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी