जॉब ट्रेनी पॉलिसी के विरोध में युवा उतरे सड़कों पर, सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
धर्मशाला में प्रदर्शन करते हुए युवा।


धर्मशाला, 04 अगस्त (हि.स.)। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई जॉब ट्रेनी पॉलिसी को लेकर प्रदेश का युवा मुखर हो गया है। सोमवार को जिला मुख्यालय धर्मशाला में सैंकड़ों युवाओं ने जिलाधीश कार्यालय के बाहर एकजुट होकर सरकार के खिलाफ इस पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में धर्मशाला सहित जिला के विभिन्न क्षेत्रों सहित डाइट धर्मशाला के प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।

जिला लाइब्रेरी धर्मशाला के छात्र हरीश कुमार ने बताया कि जॉब ट्रेनी पॉलिसी का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जॉब ट्रेनिंग पॉलिसी को हर लिहाज से खारिज किया जाए और इसे मौखिक की बजाय लिखित तरीके से वापस लिया जाए अन्यथा सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

धर्मशाला के युवा अभिषेक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का युवा पढ़ा-लिखा युवा है कई डिग्री और डिप्लोमा धारक है कई प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करके ही एक शिक्षक बनता है। परीक्षाएं उत्तीर्ण करके नौकरी हासिल करता है तो दूसरी ओर सरकार एक ऐसी पॉलिसी लेकर आती है जिसके तहत नौकरी पाने वाला शिक्षक 2 साल के बाद फिर से अपनी योग्यता का प्रमाण देगा तब जाकर उसकी नौकरी स्थाई होगी अन्यथा उसे फिर से घर बैठना पड़ सकता है, सरकार की ऐसी नीति सरासर प्रदेश के पढ़े लिखे शिक्षित युवाओं के खिलाफ है और प्रदेश का युवा इस नीति को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता ऐसे में जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को इस पॉलिसी को वापस लेने की मांग पत्र सौंपा गया है। अगर सरकार ने इस नीति को वापस नहीं लिया तो प्रदेश भर के युवा शिमला जाएंगे और सचिवालय का घेराव करेंगे जिसकी जिम्मेदार प्रदेश की मौजूदा सरकार होगी।

जेबीटी कमीशन की तैयारी कर रही युवती पूजा ने कहा कि सरकार की ओर से लाई गई जॉब ट्रेनी पॉलिसी के विरोध में हम यहां एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पॉलिसी पर पॉलिसी बनाती आ रही है। युवा ट्रेनिंग लेकर टेट पास कर कमीशन के माध्यम से जॉब प्राप्त करते हैं। युवा कमीशन कर रहे हैं, जिनके साथ सरकार धोखा कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया