इजराइल और अमेरिका हमास को समझौते के लिए देंगे चेतावनीः स्टीव विटकॉफ
तेल अवीव में 15 मार्च 2005 को आईडीएफ के मुख्यालय के गेट के बाहर लोग गाजा में बंधक बनाए गए सभी लोगों की रिहाई की मांग करते। फोटो-इंटरनेट मीडिया


वाशिंगटन, 04 अगस्त (हि.स.)। अमेरिका और इजराइल ने संकेत दिया है कि वह युद्ध समाप्त करने के लिए हमास पर व्यापक समझौते के लिए कड़ी चेतावनी देंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोलाल्ड जे. ट्रंप प्रशासन के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ ने सप्ताहांत बंधकों के परिवारों के साथ बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर आतंकी सूमह हमास इसके लिए तैयार नहीं होता तो इजराल उसके खिलाफ सैन्य अभियान को और तेज करेगा।

द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, ट्रंप प्रशासन के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की बंधकों के परिवारों के साथ बैठक की ऑडियो रिकॉर्डिंग में साफ संकेत मिल रहे हैं कि इस बार अमेरिका और इजराइल आर या पार की दिशा में आगे बढ़ते दिख रहे हैं। गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते पर महीनों से चल रही बातचीत में आए गतिरोध के बीच अमेरिकी और इजराइली अधिकारियों ने संकेत दिया है कि वह युद्ध समाप्त करने के लिए व्यापक समझौते पर कठोर रुख अपनाएंगे।

स्टीव विटकॉफ ने कहा,हमारा मानना है कि हर कोई (बंधक) घर लौटेगा। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और राष्ट्रपति ट्रंप एक ऐसे समझौते पर काम कर रहे हैं जो हमास को चेतावनी देगा कि वह शेष बंधकों को रिहा करे और उन शर्तों पर सहमत हों जो समूह को निरस्त्र करेंगी, अन्यथा इजराइल का सैन्य अभियान और तेजी के साथ शुरू होगा।

द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, हमास के अधिकारी महमूद मर्दवी ने कहा कि समूह को अभी तक किसी व्यापक समझौते का प्रस्ताव नहीं मिला है। हमास सैद्धांतिक रूप से समझौते का समर्थन करेगा, लेकिन वह निरस्त्रीकरण को कभी स्वीकार नहीं करेगा। अमेरिका और इजराइल की यह रणनीति ऐसे समय सामने आई है जब इजराइली सरकार गाजा में भुखमरी को लेकर वैश्विक आलोचना का सामना कर रही है और वहां अभी भी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए घरेलू दबाव बढ़ रहा है।

हमास ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी किया है। इसमें एव्यातार डेविड नजर आ रहे हैं। यह उन 20 बंधकों में से एक हैं, जिनके बारे में इजराइल का मानना है कि वे अभी भी जीवित हैं। डेविड को एक भूमिगत सुरंग जैसी जगह पर गंभीर अवस्था में दिखाया गया है। इस वीडियो ने बंधकों की स्थिति को लेकर इजराइल और अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद