ग्वालियरः जिले में एचआरपी क्लीनिक लगाकर की गई 55,717 महिलाओं की जांच
समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक


सरकारी अस्पतालों में एक साथ लगाई गईं एचआरपी क्लीनिक


- 19,333 महिलाएं निकलीं हाईरिस्क गर्भवती, सभी का हो रहा है फोलोअप

ग्वालियर, 4 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत दो दर्जन सरकारी अस्पतालों में हर माह 9 व 25 तारीख को एच आर पी क्लीनिक लगाकर गर्भवती माताओं की जाँच की जा रही है। अब तक एक साथ जिले के दो दर्जन सरकारी अस्पतालों में लगाई गईं एचआरपी क्लीनिकों के माध्यम से 55 हजार 717 गर्भवती महिलाओं की जांच की जा चुकी है। इनमें से 19 हजार 333 महिलाओं को हाई रिस्क (अधिक जोखिम) गर्भवती माताओं के रूप में चिन्हित किया गया। इन महिलाओं को निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत दवाएँ व उपचार उपलब्ध कराया गया।

ग्वालियर जिले में राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से सुव्यवस्थित ढंग से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत हाईरिस्क गर्भवती माताओं के चिन्हांकन व जांच के साथ-साथ उन्हें जरूरी स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराई जा रही हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा सोमवार को दी गई जानकारी के अनुसार जिले में 24 स्वास्थ्य संस्थाओं में आयोजित हो रहीं एचआरपी क्लीनिक में 55 हजार 717 गर्भवती महिलाओं की चिकित्सकों की सलाह पर निःशुल्क सोनोग्राफी, हीमोग्लोवबिन सहित खून की अन्य जांचे और यूरिन की जांच भी कराई गईं हैं। इनमें से 19 हजार 333 महिलाओं को हाई रिस्क गर्भवती माताओं के रूप में चिन्हित कर उनका लगातार फोलोअप किया जा रहा है। एचआरपी क्लीनिक में जाँच के लिये आने वाली गर्भवती महिलाओं को फल और पौष्टिक आहार भी उपलब्ध कराया जाता है।

कलेक्टर ने चिन्हित हाई रिस्क गर्भवती माताओं का प्रसव होने तक लगातार फोलोअप कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए है। जिले में गत अप्रैल माह से 25 जुलाई तक 2 हजार 245 फोलोअप हो चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर