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एसडीओ बोले, निर्माण एजेंसी से किया जा रहा है जवाब तलब
जगदलपुर, 04 अगस्त (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की प्लास्टिक से निर्मित कालागुड़ा-क़ावापाल सड़क पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गयी है। यह
सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनायी गयी, जिस पर लाखों रुपये खर्च हुए थे। ग्रामीणों की शिकायत के बाद विभागीय अधिकारी ने जांच करा
कर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
बस्तर जिले का यह कालागुड़ा-क़ावापाल प्लास्टिक मार्ग मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर अनूठी पहल के रूप में बहुत सुर्खियां बटोर चुका है। इसे प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल से तैयार किया गया था। तब इस सड़क काे बहुत टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बताया गया था, लेकिन यह सड़क पहली ही बारिश में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे ग्रामीणों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी यह 5.5 किलोमीटर लंबी सड़क जून 2025 में पूरी तरह से तैयार हुई थी। इस पर लगभग 96.49 लाख रुपये खर्च किए गए थे। सड़क निर्माण में 500 किलो प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग किया जाना बताया गया था, जिससे इसे एक मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में प्रचारित किया गया। लेकिन मात्र एक महीने के भीतर ही इस सड़क की परतें उखड़ने लगीं और इसमें जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई देने लगे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण के दौरान ही उन्होंने घटिया सामग्री और लापरवाही की शिकायतें की थीं, लेकिन शिकायत को नजरअंदाज कर दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता से समझौता किया गया और सिर्फ दिखावे के लिए इसे प्लास्टिक से बनाना बताकर प्रचारित किया गया। इस सड़क को प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया गया था।
इस बाबत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के एसडीओ अनिल सहारे ने बताया कि सड़क की खराब स्थिति की जानकारी उन्हें भी मिली है। इसकी जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण एजेंसी से जवाब तलब किया जा रहा है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे