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बलिया, 4 अगस्त (हि.स.)। बलिया में गंगा के जलस्तर में वृद्धि से आई बाढ़ के कारण कटान तेज हो गई है। सोमवार को दो दर्जन घर तबाह हो गए। जबकि अतिवृष्टि से दो झोपड़ियां गिर गईं। जिले के आखिरी छोर पर बसा नौरंगा गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया है। प्रशासन ने नाव की सहायता से राहत सामग्री पहुंचाई है।
एडीएम त्रिभुवन के नेतृत्व में राहत टीम ने मुहम्मदपुर पहुंच कर सभी पीड़ितों का बैंक खाता नंबर लिया और 24 घंटे के अंदर सहायता राशि खाते में भेजने का आश्वासन दिया।
एडीएम त्रिभुवन ने बताया कि बलिया शहर से करीब मुहम्मदपुर गांव में चार पक्के और बीस कच्चे मकान कटान के कारण ढह गए। जबकि तेज बारिश के के कारण दोनों झोपड़ियां नष्ट हो गईं। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित परिवारों को राशन कीट वितरित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिले में सोमवार को गंगा का जलस्तर हाई फ्लड लेवल 60.39 मीटर के करीब पहुंच गया। सुबह आठ बजे जलस्तर 58.61 मीटर रिकार्ड किया गया। बाढ़ व बारिश से बलिया शहर के निचले इलाके के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। बैरिया तहसील के नौरंगा गांव के लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। एडीएम त्रिभुवन ने बताया कि नौरंगा के दस किलोमीटर के दायरे में बाढ़ का पानी है। चारों तरफ से पानी से घिर जाने से नौरंगा में दस नावें लगाई गई हैं। लोगों की सुविधा के लिए जेनरेटर लगाया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी