सेंगर नदी का जलस्तर बढ़ा, खेतों की फसलें और शवदाह गृह जलमग्न
फोटो - सेंगर नदी बाढ़ से फसले नष्ट


औरैया, 04 अगस्त (हि. स.)। जनपद की तहसील बिधूना के अंतर्गत आने वाले अछल्दा क्षेत्र में सेंगर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से आसपास के ग्रामीणों की चिंता गहरा गई है। अछल्दा–महेवा मार्ग पर चिमकुनी गांव के पास से बहने वाली नदी का पानी अब खेतों और सार्वजनिक स्थलों में घुसने लगा है।

जलस्तर बढ़ने से धान और बाजरा की खड़ी फसलें जलमग्न हो चुकी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कई किसानों ने बताया कि यदि जलस्तर ऐसे ही बना रहा तो पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी और खाने तक के लाले पड़ जाएंगे।

नदी के किनारे स्थित शवदाह गृह में भी पानी पहुंच चुका है, जिससे किसी अप्रिय स्थिति में अंतिम संस्कार करने में कठिनाई आ सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि मिट्टी डालने तक की जगह नहीं बची है, जिससे काफी परेशानी हो रही है।

इसी के साथ नदी के पास बना एक प्राचीन मंदिर और उसके आसपास की जमीन भी धीरे-धीरे जलमग्न होती जा रही है। वहीं मंदिर परिसर से लगा मेला मैदान पूरी तरह पानी में डूबने की कगार पर है। ग्रामीणों ने प्रशासन से स्थिति की गंभीरता को समझते हुए समय रहते कदम उठाने की मांग की है।

स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि बारिश और जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो फसलें तो खत्म होंगी ही, साथ ही ग्रामीणों के रहने और आवाजाही में भी भारी दिक्कतें खड़ी हो जाएंगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार