Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जबलपुर, 4 अगस्त (हि.स.)। मौसम खुलते ही शहर में चारों तरफ धूल का गुबार देखने मिल रहा है। भारी वाहनों से उड़ती धूल से लोगों की हालत खराब है। पिछले लगभग एक माह से हो रही भारी बारिश से शहर की सड़कें उधड़ गई है। गुणवत्ता विहीन कार्यों की कलई खोलती इन सड़कों से अब भारी धूल उड़ रही है। रामपुर चौराहे से गौरी घाट मां नर्मदा के तट तक पहुंचने वाली सड़क की सबसे ज्यादा हालत खराब है। एक तरफ की खुदी ही हुई सड़कों से निकली मिट्टी इस समय धूल के रूप में उड़कर लोगों को सता रही है। खुदी हुई सड़क से जान जोखिम में डालकर निकलने वाले लोग रह कर जिम्मेदार लोगों को कोस रहे हैं।
पश्चिम विधानसभा के अंतर्गत आने वाला यह क्षेत्र पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का है। पिछले दिनों सड़कों की खुदाई देखकर मंत्री सिंह ने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई थी। परंतु केवल लताड़ लगा देने से कोई सुधार नहीं हुआ, उसके बाद से जनता जो भोग रही है वह सबके सामने है। लोगों का कहना है कि यदि उक्त मार्ग पर कोई गंभीर घटना घटित हो जाती है तो इसका जवाबदारी कौन होगा।
इसी तरह उत्तर मध्य विधानसभा में अभी हाल ही में निर्मित कुछ सड़कों की हालत ऐसी हो गई है की उनका मटेरियल आप झाड़ू से झाड़ सकते हैं। पिछले दिनों लोगों ने विरोध स्वरूप सड़कों पर झाड़ू लगाकर उसकी गुणवत्ता दिखाई थी। लोगो का कहना है कि जनता के पैसे से खेली जाने वाली होली आखिर कब तक चलेगी। एक नागरिक सुभाष विश्वकर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जनता के टैक्स का पैसा एक संगठित गिरोह जिसमें ठेकेदार सहित वे जिम्मेदार भी शामिल हैं जिनको इसकी गुणवत्ता की जांच करना चाहिए थी के कारण पानी में जा रहा है।
डॉक्टर हर्ष राय के अनुसार उड़ती हुई धूल से एलर्जी फैलने का खतरा है। यह धूल लोगों के फेफड़ों में जमा हो रही है। इसके साथ ही त्वचा रोगों के अलावा लोगों को सर के बाल झड़ने जैसी शिकायत के कई मरीज आ रहे हैं। शहर में लोगों की परेशानी का सबब बनी इन सड़कों को लेकर उचित कारवाई की दरकार लोगों ने की है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक