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पूर्वी सिंहभूम, 4 अगस्त (हि.स.)। विधायक सरयू राय ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर सोमवार को गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति के प्रतीक पुरुष थे, जिन्होंने राज्य को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राय ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वर्गीय शिबू सोरेन ने झारखंड के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया। वह चाहते थे कि झारखंड अपनी सांस्कृतिक विशेषताओं के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़े। वर्ष 2000 में जब नीतीश कुमार की अगुवाई में एकीकृत बिहार में अल्पकालिक सरकार बनी, तब शिबू सोरेन और झामुमो ने उसका समर्थन किया था। उस समय सरयू राय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के बिहार प्रदेश संयोजक थे और उन्हें शिबू सोरेन के साथ निकटता से काम करने का अवसर मिला था।
उन्होंने बताया कि 29 मई 2004 को जब उन्होंने दामोदर बचाओ आंदोलन शुरू किया, तो उसकी रूपरेखा पर भी उन्होंने शिबू सोरेन से गहन चर्चा की थी। बाद में 24 और 25 सितंबर 2004 को रांची में आयोजित प्रदर्शनी और संगोष्ठी में शिबू सोरेन स्वयं उपस्थित हुए थे और घंटों तक रुके थे।
सरयू राय ने कहा कि शिबू सोरेन के निधन से झारखंड की राजनीति में एक बड़ा शून्य उत्पन्न हो गया है। उनके विचार, संघर्ष और दृष्टिकोण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे। उन्होंने कहा कि गुरुजी की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब उनके पुत्र और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर है।
उन्होंने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों और समर्थकों को इस दुख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक