शहर में 422 भवन जर्जर, निगम ने 410 को दिया नोटिस, 8 को गिराया
जरर भावन््ज


जयपुर, 4 अगस्त (हि.स.)। राजधानी में 422 भवन जर्जर अवस्था में है जो कि कभी किसी बड़े हादसे को जन्म दे सकते है। बारिश के दौरान जर्जर भवनों के मामले सामने आने के बाद हेरिटेज और ग्रेटर निगम ने ऐसे भवनों को चिन्हित किया है। जयपुर शहर में 422 भवन ऐसे है जो कि जर्जर अवस्था में है। दोनों निगमों ने 410 मालिकों को नोटिस जारी कर इन भवनों की मरम्मत कराने या गिराने के निर्देश दिए है। वहीं दोनों निगमों ने सोमवार को कार्रवाई कर 8 जर्जर भवनों को गिराया है। अगर निगम द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना नहीं होती है तो यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

ग्रेटर निगम ने किए पांच भवन धराशाही

ग्रेटर निगम ने एक सर्वे कर जर्जर भवनों को चिन्हित किया है। निगम के सभी सात जोन में 296 जर्जर इमारतों को चिन्हित किया गया था। इनमें से 287 इमारतों पर नोटिस चस्पा किए गए । मालवीय नगर जोन की 9 जर्जर भवनों को सील किया गया तथा मानसरोवर जोन की 5 जर्जर इमारतों को ध्वस्त किया गया। ग्रेटर निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने बताया कि सोमवार को जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। मानसरोवर जोन के वार्ड संख्या 85 में स्थित मकान संख्या 117/442, 117/70, 117/617, 119/405 व 119/406 जीर्ण शीर्ण अवस्था में थे। सोमवार को इन भवनों को ध्वस्त किया गया। ये भवन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर रहे थे। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पूर्व नोटिस व सार्वजनिक सूचना के माध्यम से भूखण्ड स्वामी को अवगत करवाया गया था परन्तु भूखण्ड स्वामी द्वारा कोई भी जबाव प्रस्तुत नहीं किए जाने पर तथा जर्जर भवनों को नहीं हटाने पर मानसरोवर जोन व सतर्कता शाखा की टीम द्वारा राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 243 के अन्तर्गत ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। हेरिटेज निगम क्षेत्र में 126 भवन जर्जर, तीन को किया ध्वस्त हेरिटेज निगम ने बारिश के दौरान हादसा न हो इसके लिए चारदीवारी में मौजूद जर्जर भवनों को चिन्हित किया है। सर्वे के दौरान 126 भवन जर्जर हालात में मिले। निगम ने सभी भवनों पर नोटिस चस्पा कर दिए है। सोमवार को परकोटे में जर्जर इमारतों पर हेरिटेज निगम ने एक्शन लिया और तीन भवनों को गिरा दिया। मनिहारिन के रास्ते में वार्ड नंबर 72 में महावीर पार्क के सामने, खेजड़ो के रास्ते में मकान संख्या 2185 और त्रिपोलिया बाजार में नाटाणीयों की हवेली में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। निगम आयुक्त निधि पटेल ने बताया कि तीन अन्य भवन भी सबसे बुरी अवस्था में है। ऐसे में भवन मालिकों को उनकी मरम्मत करवाने को लेकर नोटिस जारी किया है। अगर वे मरमत नहीं करवाते है उन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। किशनपोल जोन में 8 भवनों को निगम ने अत्यधिक जर्जर माना है। 24 घंटे में भवन मालिक ने मरम्मत कार्य नहीं किया तो अन्य भवनों को भी नियमानुसार ध्वस्त किया जाएगा। सिविल लाइंस जोन में 30 जर्जर भवन चिन्हित किए गए है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश