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- संघ के इतिहास, कार्य और भविष्य की रूपरेखा पर होगी चर्चा
- राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड होंगे शामिल, विंध्यधाम में नवाएंगे शीश
मीरजापुर, 31 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी वर्ष के तहत विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू हो गई है। इसी क्रम में आगामी एक सितम्बर (सोमवार) को चुनार स्थित अड़गड़ानंद आश्रम सत्तेसगढ़ में संघ की समन्वय बैठक आयोजित होगी। सुबह से ही संघ की शाखाओं से जुड़े स्वयंसेवक, कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक कार्यक्रम में भाग लेंगे। शताब्दी वर्ष के अवसर पर संघ के इतिहास, कार्य और भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी।
इस मौके पर समाज कल्याण एवं अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के राज्यमंत्री व जनपद चंदौली के प्रभारी मंत्री संजीव कुमार गोंड मौजूद रहेंगे। वे संघ की समन्वय बैठक में हिस्सा लेंगे और संगठन की आगामी योजनाओं पर चर्चा करेंगे। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि शताब्दी वर्ष केवल उत्सव नहीं होगा, बल्कि समाज सेवा, संस्कार और राष्ट्रनिर्माण का संकल्प वर्ष बनेगा।
जारी कार्यक्रम के अनुसार, राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड रविवार की रात लखनऊ से मीरजापुर पहुंचेंगे। यहां वे अष्टभुजा गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन यानी 1 सितंबर को सुबह 8 बजे राज्यमंत्री सपरिवार मां विंध्यवासिनी के दर्शन करेंगे। इसके बाद 11 बजे अष्टभुजा गेस्ट हाउस से प्रस्थान कर दोपहर 12 बजे अगड़ानन्द आश्रम सत्तेशगढ़ (चुनार) पहुंचेंगे। यहां वे संघ की समन्वय बैठक में प्रतिभाग करेंगे। दोपहर 2 बजे चुनार से प्रस्थान कर मंत्री शाम 4 बजे वीवीआईपी गेस्ट हाउस ओबरा (सोनभद्र) पहुंचेंगे।
विकास और संगठनात्मक विषयों पर होगी चर्चा
बैठक में संघ की स्थानीय इकाइयों के कामकाज की समीक्षा होगी। सामाजिक समरसता, शिक्षा, संस्कार और सेवा कार्यों पर भी चर्चा संभावित है। साथ ही आगामी दिनों में होने वाले शाखा विस्तार, प्रबोधन कार्यक्रम और जनसंपर्क अभियानों को लेकर योजना बनाई जाएगी।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां :
- शताब्दी वर्ष के उद्देश्य और संकल्प पर विचार गोष्ठी
- शाखा विस्तार और सामाजिक समरसता पर चर्चा
- शिक्षा, सेवा और संस्कार से जुड़े प्रकल्पों का परिचय
- स्वयंसेवकों का पथ संचलन और सांस्कृतिक प्रस्तुति
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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा