पलवल : खेल शिक्षा में बाधा नहीं, निभाते है सारथी की भूमिका : अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पलक
नेटबॉल खिलाड़ी ने बताया, खेल की बदौलत दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज मिरांडा हाउस में मिला दाखिला
नेटवाल खिलाड़ी पलक


पलवल, 31 अगस्त (हि.स.)। खेल शिक्षा में बाधा नहीं बनते हैं। यदि अनुशासन में रहकर और जीवन में संतुलन बनाकर खेला जाए तो खेल शिक्षा में एक अच्छे सारथी की भूमिका अदा करते हैं। यह कहना है पलवल में आयोजित नेशनल नेटबॉल चैंपियनशिप सीनियर वर्ग (फास्ट फाइव) में हरियाणा टीम में शामिल सोनीपत के किसान परिवार की बेटी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पलक का। पलक ने बताया कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज मिरांडा हाउस में स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा है। उसका दाखिला दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज में नेटबॉल खेल की बदौलत ही हो पाया है।

नेटबॉल खिलाड़ी ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि उसकी बचपन से ही खेलों में भी आगे बढ़ने की रुचि रही है। जब वह कक्षा 9वीं में पढ़ रही थी तो उसी दौरान उसने स्कूली स्तर पर नेटबॉल प्रतियोगिता में खेलना शुरू किया। वह खंड स्तर, जिला स्तर और स्टेट खिलाड़ी के रूप में खेलते हुए राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनी।

वहीं इंडिया टीम में नेपाल में 2019 और साउथ कोरिया में 2023 में खेलकर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होनी की ख्याति प्राप्त की। खिलाड़ी पलक ने बताया कि वह नेटबॉल में राष्ट्रीय स्तर पर 15 से अधिक गोल्ड मेडल जीत चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा खिलाडिय़ों के लिए प्रोत्साहन राशि सहित सरकारी नौकरियां दी जा रही है। खिलाडिय़ों के लिए तमाम तरह के उपकरण व सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और खेल मंत्री गौरव गौतम का आभार भी व्यक्त किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग