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धर्मशाला, 31 अगस्त (हि.स.)। मिनी मणिमहेश के नाम से विख्यात धर्मशाला के नड्डी स्थित डल झील में रविवार को राधाष्टमी के शाही स्नान में लगातार हुई बारिश बाधा बनी जिस के चलते अपेक्षा के अनुरूप भीड़ नहीं जुट पाई। जिला चंबा की मणिमहेश यात्रा के आपदा के चलते स्थगित होने के चलते प्रशासन व मंदिर ट्रस्ट को श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नजर नहीं आया। शाही स्नान के लिए जहां प्रशासन व पुलिस ने ट्रैफिक व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, वहीं पवित्र डल झील भी लबालब भरी हुई थी। हालांकि सुबह से ही श्रद्धालु जुटना शुरू हो गए थे, लेकिन दिन भर श्रद्धालुओं के आगमन का सिलसिला इक्का-दुक्का ही रहा। शाही स्नान के लिए कम भीड़ जुटने के पीछे मौसम विभाग की ओर से जारी ऑरेंज अलर्ट व जिला व प्रदेश में बरसात के चलते कई मार्गों के क्षतिग्रस्त होना प्रमुख कारण रहे।
शाही स्नान के चलते महिलाओं व पुरुषों के लिए झील किनारे घाट बनाए गए थे। नहाने की जगह किसी अनहोनी से बचने के लिए रस्सियां लगाई थी, जिससे कि स्नान करने वाले श्रद्धालु रस्सियां पकड़कर स्नान कर सकें। सुरक्षा के लिए पुलिस व होमगार्ड जवानों सहित एसडीआरएफ टीम व गोताखोर तैनात किए गए थे।
जगह-जगह लगाए गए लंगर
बारिश के बावजूद राधाष्टमी शाही स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला बाईपास से लेकर डल झील किनारे स्थित ऐतिहसिक दुर्वेश्वर महादेव मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में लोगों द्वारा भोजन, खीर सहित अन्य प्रकार के व्यंजनों के लंगर लगाए गए थे।
अधिक भीड़ जुटने की थी उम्मीद : सुभाष शर्मा
दुर्वेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी सुभाष शर्मा ने इस बार राधाष्टमी पर गर्म स्नान था, जिसके चलते श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहने की संभावना थी, लेकिन जिला के चंबा के मणिमहेश में जो त्रासदी हुई है, इस कारण लोग शायद डर गए हैं और रविवार को भारी बारिश का अलर्ट भी था, जिसके चलते श्रद्धालु कम संख्या में ही पंहुच पाए। कई जगह सड़क मार्ग भी टूटे हुए हैं, यह भी एक कारण है कि स्नान के लिए कम श्रद्धालु पहुंचे हैं।
मौसम खुलता तो बढ़ती भीड़ : जसवाल
श्री दुर्वेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के सदस्य संजीव जसवाल ने कहा कि राधाष्टमी स्नान के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं। पूर्व के वर्षों की तरह इस बार भी खासी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश की वजह से संख्या कम रही है। उन्होंने कहा कि दिन में दो से तीन घंटे के लिए भी मौसम खुल जाता तो संख्या बढ़ सकती थी।
प्रशासन ने किए थे पुख्ता इंतजाम : एसडीएम
एसडीएम धर्मशाला मोहित रत्न ने कहा कि पवित्र स्नान के लिए के लिए प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे, लेकिन बारिश के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में कमी दर्ज की गई है। प्रदेश में बारिश के चलते कई जगहों पर सड़कों को भी क्षति पहुंची है। सुरक्षा, ट्रैफिक को लेकर हर इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं ने अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कम उपस्थिति दर्ज करवाई है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया