Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
सिंचाई विभाग जल्द शुरू करेगा पहूज नदी के सर्वे का कार्य,दी डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी
पहूज के पुनरुद्धार में सिंचाई, वन, ग्राम्य विकास, नगर निगम समेत कई विभागों की होगी समन्वित कार्ययोजना
झांसी, 31 अगस्त (हि.स.)। छोटी नदियों के पुनर्जीवन को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की ओर से कई अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी
क्रम में झांसी की पहूज नदी को संरक्षित करने और इसे मूल स्वरूप में वापस लाने के लिए कई विभागों की एक समन्वित कार्ययोजना बनाने की तैयारी है। आने वाले दिनों में नदी के उद्गम स्थल से लेकर नदी के समापन बिंदु तक का सर्वे कराया जाएगा और एक डीपीआर तैयार करने का काम सिंचाई विभाग करेगा।
कुछ समय पहले वन विभाग ने पहूज नदी के संरक्षण और उसके किनारे पौधरोपण को लेकर एक प्रस्ताव रखा था। पहूज नदी के संरक्षण और पुरुद्धार के लिए एक झांसी में एक विशेष समिति गठित की गई है, जिसमें नगर निगम, ग्राम्य विकास विभाग, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई विभाग, वन विभाग आदि विभागों के प्रतिनिधि शामिल हैं। पहूज नदी के पुनर्जीवन में सभी विभागों को समन्वित रूप में अपनी भूमिका निभानी है। इसके लिए नोडल के रूप में सिंचाई विभाग को जिम्मेदारी दी गई है।
झांसी के मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने बताया कि पहले चरण में पहुज नदी का सर्वे कराया जाएगा। नदी उद्गम स्थल से आखिरी स्थल तक का सर्वे किया जाएगा। इसके प्रवाह, गहराई, जलमग्नता की स्थिति आदि की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा इनमें जाने वाले नाले, तैयार हुए एसटीपी, नदी में प्रदूषण की स्थिति, अतिक्रमण की स्थिति, नदी किनारे स्थित प्रमुख स्थल, नदी किनारे पर्यटन गतिविधियों की संभावना, पौधारोपण के लिए उपलब्ध स्थान आदि का ब्याेरा जुटाया जाएगा। इसके बाद एक कार्ययोजना तैयार होगी और सभी संबंधित विभागों के समन्वय से नदी के पुनर्जीवन का कार्य शुरू किया जाएगा।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया