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उज्जैन, 31 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में नियमित जलप्रदाय का एकमात्र और सबसे बड़ा जल स्त्रोत लबालब भर गया है। यशवंत सागर के सायफन चलने के बाद रविवार तडक़े जब बांध का जल स्तर बढऩे लगा ओर अप स्ट्रीम से पानी की आवक जारी रही तो इसका गेट क्रं.3 खोला गया। ताकि अप स्ट्रीम से आ रहे पानी से बांध का जल स्तर मैंटेन किया जा सके। बांध की कुल जलभरण क्षमता 2250 एमसीएफटी है। अब शहर में रोजाना जलप्रदाय की मांग शहरवासियों के बीच से उठ गई है। हालांकि महापौर मुकेश टटवाल का कहना है कि अभी तो पानी आया ही है। सोमवार को समीक्षा करेंगे और नियमित जलप्रदाय का निर्णय लेंगे।
गंभीर बांध से शहर में जलप्रदाय होता है। यह बांध इस समय उज्जैन शहर में पेयजल आपूर्ति का एकमात्र सबसे बड़ा जल स्त्रोत है। इसके अलावा नगर निगम की पीएचई द्वारा उण्डासा तालाब और साहिबखेड़ी तालाब से भी पानी लिया जाता है। ग्रीष्म ऋतु में जब बांध का पानी समाप्त होने लगता है तो नर्मदा नदी का पानी शिप्रा नदी के गउघाट पाले तक लाया जाता है और फिर इसे यहां स्थित पीएचई के प्लांट द्वारा शोधित करके,गंभीर बांध के पानी के साथ मिश्रित करके जलप्रदाय किया जाता है। हालांकि पीएचई का हमेशा यही कहना रहता है कि वे केवल बूस्टिंग के लिए ही उक्त पानी लेते हैं। शेष तो गंभीर बांध का ही रहता है।
बारिश की खेंच के बीच बांध का जल स्तर जब डेड स्टोरेज तक पहुंच गया तब चेनल कटिंग ओर उसके बाद नर्मदा की पाइप लाइन द्वारा पानी को बांध के माध्यम से नलों द्वारा घरों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा था। साथ ही शहरवासी बाबा महाकाल के चरणों में अर्जी लगाए हुए थे कि बांध के जलभरण क्षेत्र के 19 किमी के दायरे में जोरदार बारिश हो, यशवंत सागर के सायफन चले ओर गंभीर बांध भर जाए। हमेशा चमत्कार होता है ओर बंाध रातों रात भर जाता है। शनिवार को जलभरण क्षेत्र में हुई जोरदार बारिश के बाद रात्रि से ही यशवंत सागर के सायफनों ने बांध को भरना शुरू कर दिया था। रविवार सुबह बांध का एक गेट खोलकर जलस्तर को मैंटेन किया जा रहा
था।
इस संबंध में बांध प्रभारी पीएचई ग्रामीण प्रवीण वर्मा ने चर्चा में बताया कि रविवार प्रात: 7 बजे बांध का गेट क्रं.3 डेढ़ मीटर खोला गया। इसे दोपहर 2 बजे कम करके 50 से.मी. कर दिया गया,जोकि शाम 7 बजे तक स्थिर रहा। उन्होने बताया कि अपस्ट्रीम से पानी कीआवक सतत जारी है। बांध का जल स्तर 2100 एमसीएफटी पर रखे हुए हैं। रातभर इसका सतत परीक्षण चलेगा। यदि अपस्ट्रीम से पानी की आवक रूक गई तो निर्णय लेकर गेट बंद कर देंगे।
* नगर निगम की जलकार्य समिति के प्रभारी प्रकाश शर्मा का मोबाइल फोन बंद था। चर्चा करने पर महापौर मुकेश टटवाल ने कहाकि अभी तो पानी आया ही है। सोमवार को समीक्षा करेंगे और नियमित जलप्रदाय का निर्णय लेंगे।
* नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने मांग की है कि नगर निगम द्वारा शहरवासियों से महिने में 30 दिन जलप्रदाय की राशि जलकर के रूप में ली जाती है। गंभीर बांध भर गया है। ऐसे में नगर निगम प्रतिदिन जलप्रदाय करे।
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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल