फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर बढ़ा, खेतों में जलभराव, बसंतपुर गांव प्रभावित
फरीदाबाद, 31 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना में 55 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने और पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण यमुना का जलस्तर 198 मीटर तक पहुंच गया, जिससे फरीदाबाद में खेतों में जलभराव हो गया। प्रशासन ने यमुना के किनारे
गांव रजपुरा में करीब 40 एकड़ में फसल डूबी।


फरीदाबाद, 31 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना में 55 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने और पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण यमुना का जलस्तर 198 मीटर तक पहुंच गया, जिससे फरीदाबाद में खेतों में जलभराव हो गया। प्रशासन ने यमुना के किनारे जाने पर रोक लगा दी है।

प्रशासिनक सूत्राें के अनुसार, फरीदाबाद में यमुना का खतरे का लेवल 200 मीटर पर है, जबकि अभी यमुना का पानी 198 मीटर तक पहुंच गया है। दिल्ली ओखला बैराज से लगातार पानी यमुना में छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते यमुना के साथ लगते खेतों में खड़ी फसल में पानी घुस गया है। मझावली गांव के पास बसे चीरस गांव के खतों में भी पानी घुस गया था। प्रशासन ने अभी भी लोगों के यमुना को पार करने और पानी के पास जाने पर रोक लगाई हुई है। यमुना की तलहटी में बसे गांव बसंतपुर के लोगों के यमुना का पानी सबसे बड़ी परेशानी खड़ी कर देता है। यमुना के बढ़ते जलस्तर के चलते अभी भी गांव के निचले हिस्से में घरों के बाहर पानी भरा हुआ है। इससे पहले 15 अगस्त की रात को आए पानी के कारण लोगों को घरों को खाली करके जाना पड़ा था। सिंचाई विभाग के एसडीओ अरविंद शर्मा ने बताया कि आबादी वाले क्षेत्र में केवल बसंतपुर गांव में पानी भरा है। बाकी इलाके में अभी किसी गांव में पानी नहीं घुसा है, विभाग के कर्मचारी पानी पर अपनी नजर रखे हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर