जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई कहा कि हर बैठक में प्रधानमंत्री के साथ उठाया गया मुद्दा - फारूक अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई कहा कि हर बैठक में प्रधानमंत्री के साथ उठाया गया मुद्दा - फारूक अब्दुल्ला


जम्मू, 3 अगस्त हि.स.। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर केंद्र सरकार की आलोचना की है और उस पर जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है।

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस द्वारा 9 अगस्त को राज्य के दर्जे की मांग को लेकर की जाने वाली भूख हड़ताल के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी लगातार इस मुद्दे को शीर्ष स्तर पर उठाती रही है।

उन्होंने कहा कि हम इसके लिए पहले से ही लड़ रहे हैं। जब भी मैं प्रधानमंत्री से मिला मैंने यह मुद्दा उठाया।

उन्होंने ईश्वर में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि हम उनके जैसे नहीं हैं। हम उस एक में विश्वास करते हैं जो सबका मालिक है। हमें अपने अधिकार ज़रूर मिलेंगे।

केंद्र सरकार से राज्य का दर्जा मांगने के बारे में पूछे जाने पर चल रहे संसद सत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हम उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं जो 4 राज्यसभा सीटें और दो विधानसभा सीटें नहीं भर सके

अब्दुल्ला ने वैश्विक आर्थिक चिंताओं खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25ः टैरिफ लगाने के हालिया कदम पर भी बात की और इसे भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक आसन्न संकट बताया।

उन्होंने कहा कि भाजपा जो चाहे कह देती है। इसी तरह ट्रंप भी चिल्लाते रहते हैं कि उन्होंने यहाँ शांति स्थापित की है। आज उन्होंने जुर्माने के साथ 25 टैरिफ लगा दिया है। हमारे विनाश का सामान तैयार किया जा रहा है। सारे उद्योगपति यहाँ से भाग रहे हैं। वे दुबई से काम करेंगे यहाँ भिखारियों की संख्या बढ़ जाएगी।

उन्होंने ट्रंप की प्रशंसा करने वालों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जिन देशों ने उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए समर्थन दिया है उनके नाम शायद ही किसी को पता हों। अगर हम भी कहें कि हाँ उन्होंने हमारी मदद की है और वे वहाँ विश्व गुरु बनकर बैठे हैं तो क्या फ़र्क़ पड़ता है।

यह हमारे लिए बहुत बड़ा विनाश होगा चाहे कोई माने या न माने। क्या आप जानते हैं कि इससे किसे फ़ायदा होगा बांग्लादेश और कंबोडिया को वे ख़ुश होंगे यह अफ़सोस की बात है।

हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता