बंगाल-सिक्किम रूट पर भू स्खलन के कारण यातायात बाधित
भूस्खलन के बाद सड़क


अलीपुरद्वार, 03 अगस्त (हि. स.)। उत्तर बंगाल में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लोग पहाड़ी और मैदानी इलाकों में एक साथ भूस्खलन, नदी कटाव और जलभराव का सामना कर रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 पर उत्पन्न हुई है। रविवार सुबह श्वेतिझारा के पास हुए भूस्खलन के कारण सड़क का एक बड़ा हिस्सा तीस्ता नदी में समा गया।परिणामस्वरूप, बंगाल और सिक्किम के बीच यातायात बाधित हो गई है।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शनिवार से ही श्वेतिझारा इलाके में सड़क पर दरारें देखी जा रही थीं। रविवार सुबह दरारों ने विकराल रूप ले लिया। भूस्खलन के परिणामस्वरूप तीस्ता नदी ने सड़क का एक बड़ा हिस्सा निगल लिया। परिणामस्वरूप, पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को परेशानी हो रही है।

लगातार बारिश के कारण न केवल राष्ट्रीय राजमार्ग, बल्कि उत्तर बंगाल के कई ज़िले भी जलमग्न हैं। तीस्ता नदी का पानी जलपाईगुड़ी और हल्दीबाड़ी के कुछ इलाकों में घुस चुका है। सिंचाई विभाग ने तीस्ता और तोरसा नदियों के लिए पीला सिग्नल जारी किया है। इस बीच, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक उत्तर बंगाल में भारी बारिश जारी रहेगी।

मिली जानकारी के अनुसार, अलीपुरद्वार में रात भर रिकॉर्ड बारिश हुई। रविवार सुबह आठ बजे तक 152 मिमी बारिश हुई। इसके परिणामस्वरूप, दीमा, कालजानी और रैदक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदियों में पानी तेज़ गति से बहने लगा है।

अलीपुर मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर बंगाल के ऊपर एक चक्रवात बना हुआ है। यह लगातार बारिश उसी के प्रभाव के कारण हो रही है। मंगलवार तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है। उसके बाद, बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हो जाएगी, लेकिन पूरी तरह से नहीं रुकेगी। नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है।

प्रशासन ने पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, नदी कटाव और जलभराव की निगरानी बढ़ा दी है। आपदा प्रतिक्रिया दल तैयार रखे गए हैं। स्थानीय लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

 

Page Not Found