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बर्दवान, 03 अगस्त (हि. स.)।तृणमूल कांग्रेस के दुर्गापुर सांसद कीर्ति आजाद ने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में कथित भ्रष्टाचार को लेकर अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ केंद्रीय कोयला मंत्री को भेजी गई शिकायत को वापस ले लिया है। इस घटनाक्रम ने न केवल चर्चाओं को जन्म दिया है, बल्कि तृणमूल की आंतरिक राजनीति पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कीर्ति आजाद ने हाल ही में केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी को एक पत्र लिखकर ईसीएल में पार्टी संगठन के एक धड़े पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए ईडी और सीबीआई जांच की मांग की थी।
हालांकि, इस पत्र के सार्वजनिक होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई। इसके बाद कीर्ति आजाद ने एक और पत्र दो अगस्त को जारी कर अपनी पहली चिट्ठी को वापस लेते हुए कहा है कि मेरे पूर्व पत्र में कुछ तथ्यात्मक त्रुटियां थीं, अतः अनुरोध है कि उस पत्र को अमान्य माना जाए।
इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सांसद ने स्वयं स्वीकार किया है कि उनके पहले पत्र में तथ्यात्मक गलतियां थीं, इसलिए उसे वापस ले लिया गया। वैसे भी इस तरह के पत्रों से व्यावहारिक स्तर पर कोई विशेष परिणाम नहीं निकलता।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय