भारतीय सेना ने आईआईटी, जम्मू में महिला सशक्तिकरण और उभरते करियर पथ पर व्याख्यान के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया
भारतीय सेना ने आईआईटी, जम्मू में महिला सशक्तिकरण और उभरते करियर पथ पर व्याख्यान के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया


जम्मू, 3 अगस्त (हि.स.)। अपनी आउटरीच और युवा जुड़ाव पहल के तहत भारतीय सेना ने आईआईटी जम्मू में भारतीय सेना में महिला सशक्तिकरण करियर के अवसरों और उभरते नवाचार आवश्यकताओं पर एक प्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सत्र का नेतृत्व वर्दीधारी कर्नल मीनल चौहान ने किया जिन्होंने लचीलेपन, नेतृत्व और सेवा के अपने अनुभवों को साझा किया।

उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की उभरती भूमिका पर प्रकाश डाला—जिसमें युद्ध समर्थन भूमिकाओं से लेकर इंजीनियरिंग, साइबर संचालन और रणनीतिक नेतृत्व के अवसर शामिल हैं। दर्शकों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए), शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) और तकनीकी प्रवेश मार्गों सहित महिलाओं के लिए विभिन्न प्रवेश योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

इसके अतिरिक्त सत्र में तकनीकी नवाचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स पर भारतीय सेना के बढ़ते जोर पर ध्यान केंद्रित किया गया जो ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जहाँ युवा विशेषकर महिलाएँ राष्ट्रीय सुरक्षा में सार्थक योगदान दे सकती हैं।

इस व्याख्यान का उद्देश्य युवा मस्तिष्कों को ज्ञान से सशक्त बनाना उनमें आत्मविश्वास जगाना और सशस्त्र बलों में करियर के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करना था। जागरूकता बढ़ाने, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और भारतीय सेना को एक गतिशील एवं समावेशी संस्था के रूप में प्रदर्शित करने के लिए इस पहल को समुदाय द्वारा खूब सराहा गया।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता