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शिमला, 3 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का असर बना हुआ है और अगले दो दिन प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने 4 अगस्त को ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों के लिए विशेष रूप से ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में 4 अगस्त को भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। 5 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में फिर से भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट रहेगा, जबकि हमीरपुर, मंडी, शिमला और सोलन जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। 6 अगस्त को कांगड़ा और मंडी में येलो अलर्ट रहेगा और 7 से 9 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना है, लेकिन कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की गई है।
भारी बारिश से 296 सड़कें और एक नेशनल हाईवे बंद
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में अब तक एक नेशनल हाईवे और 296 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। लाहौल-स्पीति में ग्रामफू–बताल जाने वाला एनएच-505 चातरु के पास बंद है। मंडी में सबसे ज्यादा 164 सड़कें, कुल्लू में 67, कांगड़ा में 25 और चम्बा में 21 सड़कें बंद पड़ी हैं।
बिजली और पानी की सप्लाई भी प्रभावित
भारी बारिश की वजह से प्रदेश में 134 बिजली ट्रांसफार्मर और 266 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। कुल्लू में 74, चम्बा में 37 और मंडी में 18 ट्रांसफार्मर बंद हैं। पेयजल योजनाओं में चम्बा में 121, कांगड़ा में 60 और मंडी में 74 स्कीमें प्रभावित हुई हैं, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अब तक मानसून में 184 मौतें और 36 लापता
20 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक 184 लोगों की मौत हो चुकी है, 292 लोग घायल और 36 लोग लापता हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 37, कांगड़ा में 30, कुल्लू में 18, चम्बा और शिमला में 17-17, सोलन में 12, हमीरपुर, किन्नौर व ऊना में 11-11, बिलासपुर में 8, लाहौल-स्पीति में 6 और सिरमौर में 5 मौतें हुई हैं।
प्रदेश में अब तक 28 बादल फटने, 53 फ्लैश फ्लड और 47 भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 16 बादल फटने, 12 भूस्खलन और 11 फ्लैश फ्लड के मामले सामने आए हैं।
1649 घरों को नुकसान, 1714 करोड़ की चपत
अब तक प्रदेश में 1649 घरों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें 457 घर पूरी तरह ढह गए हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 1089 घर प्रभावित हुए और 391 घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। इसके अलावा 296 दुकानें और 1483 पशुशालाएं भी प्रभावित हुई हैं। भारी बारिश में 1536 पशुओं और 21520 पोल्ट्री पक्षियों की मौत हुई है।
प्रदेश को अब तक 1714 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को 888 करोड़ और जल शक्ति विभाग को 580 करोड़ रुपये का हुआ है।
शिमला में भूस्खलन से कार खाई में गिरी, एक की मौत
जिला शिमला के सुन्नी थाना क्षेत्र में रविवार को भूस्खलन के चलते एक कार खाई में गिर गई। हादसा गलू दाड़गी नामक जगह पर हुआ, जिसमें सुन्नी निवासी लेखराज नामक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। कार (नंबर एच.पी.21ए.5022) मांदरी से चनावग की ओर जा रही थी तभी भूस्खलन के कारण चट्टानें कार पर गिर गईं। घायलों को उपचार के लिए शिमला के आईजीएमसी रैफर किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा