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पटना, 03 अगस्त (हि.स.)। बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआई्रआर) के बाद एक अगस्त काे जारी हुई नई ड्राफ्ट वाेटर लिस्ट काे लेकर 48 घंटे बाद तक किसी भी राजनीतिक दल की ओर से निर्वाचन आयोग को कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है। यह जानकारी भारत निर्वाचन आयोग ने साझा की। आयोग के अनुसार ये आंकड़े 01 अगस्त दोपहर 3 बजे से 03 अगस्त दोपहर 3 बजे तक के हैं।
दरअसल, एक अगस्त काे राज्य में मतदाता सूची पुनरीक्षण के बाद यह ड्राफ्ट सूची आम लोगों के लिए जारी की गई थी। निर्वाचन आयोग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के बीएलए मतदाता पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय रूप से शामिल रहे लेकिन किसी भी पार्टी ने औपचारिक रूप से सूची को लेकर आपत्ति दर्ज नहीं कराई।
बीएलए की संख्या में भाजपा आगेबीएलए की संख्या के मामले में भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे रही, जिसके 53,338 बीएलए कार्य में लगे थे। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के 47,506, जनता दल यूनाइटेड के 36,550, कांग्रेस के 17,549, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 1,210, राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी के 1,913, और भाकपा (माले) के 1,496 बीएलए सूची में दर्ज हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के 74, आम आदमी पार्टी के 1, भाकपा (मार्क्सवादी) के 899, नेशनल पीपुल्स पार्टी के 7 और रालोसपा के 250 बीएलए ने भी प्रक्रिया में भाग लिया।
चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि अब तक आम नागरिकों की ओर से कुल 941 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं, जबकि 18 वर्ष या उससे अधिक आयु प्राप्त करने वाले नए मतदाताओं से 4,374 फॉर्म प्राप्त किए गए हैं।
आयाेग ने की समय पर उचित आपत्ति दर्ज कराने की अपीलमहागठबंधन के घटक दल लगातार एसआईआर प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। बावजूद इसके, ड्राफ्ट सूची जारी होने के दो दिन बाद तक किसी भी दल ने आधिकारिक आपत्ति दाखिल नहीं की है। निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से अपील की है कि यदि उन्हें सूची में कोई त्रुटि या अनियमितता दिखती है तो वे समय रहते उचित आपत्ति दर्ज कराएं।
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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी