Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
हरिद्वार, 3 अगस्त (हि.स.)। ज्वालापुर स्थित वेद मंदिर आश्रम में रविवार को हुई आर्य समाज की बैठक में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग की गई। इसके साथ ही वक्ताओं ने समाज में व्याप्त कुप्रथाओं को समाप्त करने हेतु आर्य समाज को संगठित होकर कार्य करने का आह्वान किया।
बैठक में उत्तराखंड सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने जनसंख्या नियंत्रण कानून को जरूरी बताते हुए कहा कि इस पर जल्दी से जल्दी अमल होना चाहिए। इसके साथ ही महापुरुषों के सपनों को साकार करने और लोक जागरण तथा कुप्रथाओं की समाप्ति के लिए आर्य समाज को जन जन तक पहुंचना चाहिए ।
प्रीति भाटिया ने आर्य समाज में महिलाओं को जोड़ने का आह्वान किया। यशपाल सिंह आर्य ने देश में लिव इन रिलेशन, समलैंगिकता कानून को निरस्त करने की मांग उठाई। पूर्व अध्यक्ष मानपाल सिंह ने कहा कि आर्य समाज राष्ट्र, आगामी पीढ़ी के भटकाव पर चिंतन करता है। उन्होंने भ्रूण हत्या पर चिंता जताते हुए कहा कि चरित्रवान बनाने के लिए बालक और बालिकाओं के स्कूल अलग-अलग हो। उन्होंने जातिवाद समाप्त करने और एक देश एक अभिवादन पर बल दिया।
बैठक का संचालन करते हुए स्वामी ओमानंद ने कहा कि आर्य समाज ने हमेशा राष्ट्रवाद के लिए काम किया है। उन्होंने नशीले पदार्थों के बढ़ते चलन पर दुख जताते हुए कहा कि नशा ही भ्रष्टाचार की जड़ और मूल कारण है। बैठक में स्वामी योगेश्वरानंद, स्वामी नरेंद्रानंद, आचार्य रणवीर, राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष कुलदीप राणा, डा.दिनेश सिंह, यशवीर सिंह, ब्रहमपाल सिंह, वेदपाल, डा.जयपाल सिंह, आनंदस्वरूप वर्मा, जगपाल सिंह, दिनेश, स्वामी निगम भारती, स्वामी योगेश्वरानंद, स्वामी शिवानंद, स्वामी सुरेंद्रानंद, यशपाल सिंह आर्य, राकेश आर्य, सुशील भाटिया, प्रीति भाटिया, योगेंद्र मेधावी आदि ने भी विचार रखे। बैठक में बड़ी संख्या में आर्य समाज के लोग शामिल रहे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला