किराए के भवन में चल रहा आंगनबाड़ी केंद्र, नए भवन की मांग
गोकुलपुर वार्ड आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक दो जर्जर हो गया है। माहभर से बंद है।


किराये के भवन में बच्चों को खिलाती हुई गोकुलपुर वार्ड आंगनबाड़ी की सहायिका।


धमतरी, 3 अगस्त (हि.स.)।नौनिहालों के सर्वांगीण शारीरिक मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने की उद्देश्य जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण हुआ है। वर्तमान में जिले के कई आंगनबाड़ी केंद्र के पास स्वयं का भवन नहीं है इसके चलते आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवन में संचालित हैं।

गोकुलपुर वार्ड में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 2 जर्जर हो गया है। इसके चलते आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किराए के भवन में संचालित हो रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता किरण साहू, सहायिका रोशनी साहू ने बताया कि शीतला मंदिर के पास स्थित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक दो जर्जर हो चुका है। नए भवन के लिए चार साल से आवेदन देते आ रहे हैं, लेकिन अब तक यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। बच्चों की जान का खतरा देखते हुए मजबूरन किराए के भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में गोकुलपुर वार्ड के 10 बच्चों का नाम यहां दर्ज है।

बच्चों के पलक पुरुषोत्तम साहू, योमन ध्रुव, राकेश ध्रुव, पंकज साहू, शैलेंद्र साहू ने कहा कि प्रशासन को नए आंगनबाड़ी भवन का निर्माण जल्द से जल्द करना चाहिए। किराए के भवन में जैसी व्यवस्था होनी चाहिए वह नहीं हो पाती सुविधाओं का अभाव बना रहता है। बच्चों के पालक लोकेश्वरी साहू, योगेश्वरी साहू, हेमलता साहू ने कहा कि जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता। इससे हमेशा जान का खतरा बना रहता है। नए भवन का निर्माण जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। प्रशासन को इस दिशा में देरी नहीं करनी चाहिए। जानकारी के अनुसार जिले में 1102 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन हो रहा है।

सुविधाओं का बना रहता है अभाव:

गोकुलपुर वार्ड की तरह ही धमतरी शहर के आमापारा वार्ड, बनियापारा, रामसागरपारा सहित कई अन्य वार्डों में आंगनबाड़ी केंद्र किराये के मकान में संचालित हैं। किराये के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाता। विभाग द्वारा दी जाने वाली सामग्री, खेल के सामान व अन्य सामग्री के रखने के लिए भी पर्याप्त स्थान का अभाव बना रहता है। लंबे समय से लोग आंगनबाड़ी केंद्रों में व्यवस्था सुधार की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कई आंगनबाड़ी केंद्रों को स्वयं का भवन नहीं मिल पाया है।

धमतरी के महिला बाल विकास अधिकारी जगरानी एक्का से चर्चा करने पर बताया कि जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए नए भवन निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है। स्वीकृति मिलने पर नए भवन का निर्माण किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा