पूर्वांचल विवि. में पहली बार एनसीसी कैडेट्स का चयन
जौनपुर,28 अगस्त (हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार छात्रों को एनसीसी कैडेट्स बनने का अवसर प्राप्त हुआ। विश्वविद्यालय की स्थापना के 38 वर्ष बाद परिसर में एनसीसी चयन प्रक्रिया आयोजित हुई। यह चयन 98 यूपी बटालियन एनसी
कमान्डिंग ऑफिसर कर्नल आलोक सिंह अपने मातहतों के साथ मंच पर


कमान्डिंग ऑफिसर कर्नल आलोक सिंह कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए


जौनपुर,28 अगस्त (हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार छात्रों को एनसीसी कैडेट्स बनने का अवसर प्राप्त हुआ। विश्वविद्यालय की स्थापना के 38 वर्ष बाद परिसर में एनसीसी चयन प्रक्रिया आयोजित हुई। यह चयन 98 यूपी बटालियन एनसीसी के तत्वावधान में हुआ।

चयन प्रक्रिया की शुरुआत गुरुवार को विश्वविद्यालय के एकलव्य स्टेडियम में हुई, जहां छात्र-छात्राओं ने शारीरिक दक्षता, दौड़ एवं मानसिक क्षमता परीक्षण में भाग लिया। छात्राओं ने 400 मीटर और छात्रों ने 800 मीटर दौड़ लगाकर अपनी फिटनेस प्रदर्शित की। इस अवसर पर 100 से अधिक विद्यार्थियों ने विभिन्न संकायों से भागीदारी की।

98 बटालियन के कमान्डिंग ऑफिसर कर्नल आलोक सिंह ने चयन की देखरेख की। उन्होंने कहा कि एनसीसी युवाओं को अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्रप्रेम की शिक्षा देती है और पूर्वांचल विवि के छात्रों का उत्साह गर्व का विषय है।

कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। अब विश्वविद्यालय भी एनसीसी के माध्यम से देश को सुरक्षा क्षेत्र में योगदान देने के लिए तैयार है। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने इसे विश्वविद्यालय के इतिहास का स्वर्णिम अवसर बताया, जबकि वित्त अधिकारी आत्मप्रकाश धर द्विवेदी ने छात्रों के उत्साह की सराहना की। एनसीसी प्रभारी डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि यह चयन प्रक्रिया छात्रों को नई दिशा प्रदान करेगी।

छात्र-छात्राओं ने भी अपने अनुभव साझा किए। बीए की छात्रा पलक ने कहा कि एनसीसी आत्मविश्वास और अनुशासन सिखाती है। बीकॉम के राहुल ने 800 मीटर दौड़ को चुनौतीपूर्ण बताया, तो बीएससी की नेहा ने कहा कि एनसीसी टीम भावना और नेतृत्व क्षमता को विकसित करती है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकगण और 98 बटालियन एनसीसी के अधिकारी भी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह पहल छात्रों में अनुशासन, साहस और राष्ट्र सेवा की भावना को और सशक्त करेगी।-------------

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव