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हिसार, 28 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा की भाजपा सरकार अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ भेदभाव कर रही है। सरकार को यह भेदभाव वाली नीति छोड़नी चाहिए।यह बात छात्र संगठन आईएसओ के गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष हर्ष बागड़ी ने गुरुवार काे कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति के छात्रों को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए सालाना आय की सीमा 6 लाख रुपए है, जबकि हरियाणा में यह सीमा ढाई लाख रुपए है। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि हरियाणा की भाजपा सरकार अनुसूचित जातियों की कितनी हितैषी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार अनुसूचित जातियों के छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। हर्ष बागड़ी ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि मध्यप्रदेश की तरह प्रदेश के अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए भी आय सीमा 6 लाख रुपए निर्धारित की जाए। उन्होंने अनुसूचित जातियों के छात्रों का आह्वान किया है कि जब तक हरियाणा सरकार या भारत सरकार अनुसूचित जाति के छात्रों की यह मांग मान ना ले तब तक इसे एक आंदोलन के रूप में प्रसारित करें। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय एससी व डीएससी दोनों के हितों के खिलाफ है, ताकि उनके बच्चे शिक्षित ना हो सकें। भाजपा सरकार को पता है कि अनुसूचित जातियों के बच्चे शिक्षित हो गए तभी तो मुख्यधारा में आएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर