चंडीगढ़-मनाली एनएच-21 भूस्खलन से बंद, जाम में फंसे दो लोगों की मौत
मंडी, 28 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-03 फिर से यातायात के लिए बंद हो गया है। पंडोह से लेकर मनाली तक जगह जगह भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हुआ है। हालांकि 3 दिन बाद बुधवार शाम छः बजे मार्ग खुला ही था कि रात नौ बजे फि
बनाला के पास धंसे पहाड़ का मलबा हटाती जेसीबी।


मंडी, 28 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-03 फिर से यातायात के लिए बंद हो गया है। पंडोह से लेकर मनाली तक जगह जगह भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हुआ है। हालांकि 3 दिन बाद बुधवार शाम छः बजे मार्ग खुला ही था कि रात नौ बजे फिर बनाला में बड़ी पहाड़ी दरकी और ये राष्ट्रीय उच्च मार्ग पुनः यातायात के लिए बंद हो गया।

इधर पंडोह डैम के नजदीक कैंची मोड़ के पास नेशनल हाईवे का एक हिस्सा पूरी तरह से धंस गया है। पैदल चलने के लिए भी रास्ता नहीं बचा है। बीती रात को क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण हाईवे का एक बड़ा भाग पूरी तरह से जमींदोज हो गया। हालांकि हाईवे बीती रात को बनाला के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण पहले से ही बंद था और बड़े मालवाहक वाहनों को 9 मील के पास रोक कर रखा गया था। बनाला में हाईवे को वीरवार सुबह बहाल करना था लेकिन उससे पहले कैंची मोड़ के पास यह हाईवे बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। बनाला में गिरे पहाड़ को तो हटाने में भारी मशीनरी लगी हुई है लेकिन कैंची मोड़ के पास क्षतिग्रस्त भाग की मुरम्मत करने या फिर वैकल्पिक मार्ग तैयार करने में लंबा समय लग सकता है।

बता दें कि बुधवार को ही यह हाईवे दवाड़ा के पास तीन दिनों बाद बहाल हुआ था। मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग यातायात के लिए बहाल है। एक एक घण्टे के अंतराल में छोटे वाहन भेजे जा रहे हैं। कुल्लू मनाली के लिए अब यही मार्ग शेष है। जिस स्थान पर हाईवे धंसा है उसके साथ लगते एक अन्य स्थान पर वर्ष 2023 की आपदा में भी कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला था जब हाईवे का एक बहुत बड़ा हिस्सा धंसकर पंडोह डैम में समा गया था। यहां हाईवे को फिर से बनाने और इसे बहाल करने में 8 महीनों का समय लग गया था। आवागमन के लिए पुराने मार्ग को दुरूस्त करते हुए उसे बहाल किया गया था लेकिन अब जहां ये धंसा है वहां पर तो ऐसे किसी मार्ग की कोई संभावना भी नजर नहीं आ रही है। यदि जल्द ही कोई वैकल्पिक मार्ग तैयार नहीं किया गया तो कुल्लू मनाली के लिए आने-जाने का एकमात्र रास्ता वाया कटौला ही रह जाएगा, जबकि वह भी कन्नौज और अन्य स्थानों पर बार-बार बंद हो रहा है। ऐसे में अब सरकार व प्रशासन के समक्ष यह एक बड़ी समस्या आन खड़ी हुई है।

उधर कुल्लू मनाली में स्थिति बेहद चिंताजनक है। कुल्लू से आगे मनाली तक राष्ट्रीय उच्च मार्ग 20 जगह बह गया है जबकि 50 के आसपास घर और होटल वह गए हैं। यहां मोबाइल नेटवर्क बंद है। हजारों लोग फंसे हुए हैं। कुल्लू में एक ट्रक चालक की हृदयाघात से मौत जबकि बंजार निवासी एक महिला की अस्पताल समय पर न पहुंच पाने से रास्ते में मौत हो गई। महिला के बेटे नरेश पंडित ने आरोप लगाया कि बनाला में रास्ता बंद था और उनके मरीज को आगे पैदल भी नहीं जाने दिया गया और जब तक मंडी अस्पताल पहुंच पाते उनकी मौत हो गई। उनका आरोप है कि प्रशासन रात को शराब पीकर सोया रहा और मार्ग बहाली में कोई काम रातभर नहीं हुआ।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा