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पूर्वी चंपारण,27 अगस्त (हि.स.)। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में बनकट स्थित बुद्धा परिसर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी केंद्रीय पुस्तकालय विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण अधिगम संसाधन केंद्र बन चुका है। वर्ष 2016 में स्थापित यह पुस्तकालय वर्तमान में 7 स्कूलों और 20 विभागों के लिए 35 हज़ार से अधिक पुस्तकों एवं डिजिटल पुस्कालय सुविधा के साथ ज्ञान का भंडार उपलब्ध करा रहा है।
कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने अटल बिहारी वाजपेयी पुस्तकालय में दी जा रही सुविधा को शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि समय की मांग के अनुसार डिजिटल पुस्तकालय सम्बंधित सभी सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है। पुस्तकालय में ड्यूई दशमलव वर्गीकरण का 23वां संस्करण के तहत दस्तावेजों का वर्गीकरण किया गया है। वर्ष 2019 में ई-शोध सिंधु कंसोर्टिया के उपयोग के लिए ई-रिसोर्स सेंटर स्थापित किया गया, जिसमें इंटरनेट से जुड़ी 10 कंप्यूटर प्रणाली छात्रों और शोधार्थियों को ऑनलाइन अध्ययन सुविधा प्रदान कर रही है।
पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो. रणजीत कुमार चौधरी ने बताया कि पुस्तकालय को केंद्र सरकार से संसाधनों के रख-रखाव, पुस्तक क्रय और ई-संसाधनों के लिए अनुदान प्राप्त होता है। शोध और अकादमिक ईमानदारी सुनिश्चित करने हेतु इसमें इन्फ्लिबनेट का ड्रिलबिट और टर्ननिटिन जैसे सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से शोधपत्रों और थीसिस में प्लेजरिज़्म जांची जाती है।
पुस्तकालय विद्यार्थियों की अधिकतम सुविधा के लिए प्रतिदिन 9 घंटे खुला रहता है। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय में सहकारी ऋण पुस्तकालय भी है, जो टेस्ट बुक और रेफरेंस बुक्स पर आधारित है। विश्वविद्यालय विभिन्न विभागों को भी अपनी पुस्तक संग्रह विकसित करने और केंद्रीय पुस्तकालय के सहयोग से उसे अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
श्री चौधरी ने बताया कि पुस्तकालय में परिसंचरण अनुभाग, पीरियोडिकल सेक्शन, तकनीकी अनुभाग, ऑटोमेशन, ई-रिसोर्स सेक्शन, रीडिंग एरिया, जनरल बुक और रेफरेंस बुक सेक्शन शामिल हैं। सुविधाओं में वाय-फाय, कंप्यूटर लैब, वातानुकूलित पठन कक्ष, शुद्ध पेयजल, ओपीएसी प्रणाली और प्रॉपर्टी काउंटर जैसी सेवाएँ भी मौजूद हैं।इस समय पुस्तकालय में 35 हज़ार से अधिक पुस्तकें, 11 समाचार पत्र और 1000+ दान पुस्तकों का संग्रह है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार