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गुवाहाटी, 27 अगस्त (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने जुलाई 2025 के दौरान ग्राहकों की सेवा और माल राजस्व को बढ़ावा देने के लिए कई सक्रिय कार्यों किए गए हैं। इन पहलों का उद्देश्य माल ढुलाई लॉजिस्टिक को मजबूत, कार्गो आवाजाही को सुव्यवस्थित और क्षेत्रीय कृषि एवं औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाओं को सहयोग करना है।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि इन प्रयासों के तहत, लामडिंग मंडल के अंतर्गत शालचापरा स्टेशन में कंटेनर परिवहन के लिए एलओएलओ (लिफ्ट-ऑन लिफ्ट-ऑफ) संचालन शुरू किया गया है, जो 15 जुलाई से प्रभावी है। इस रणनीतिक कदम से इस क्षेत्र की बढ़ती लॉजिस्टिक मांगों को पूरा करने की उम्मीद है।
अपने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) पहल के तहत, पूसीरे ने जुलाई माह के दौरान उल्लेखनीय माल ढुलाई हासिल की। विभिन्न स्थानों से लामडिंग मंडल के अधीन कुल 1,154 वैगन स्टोन चिप्स बुक किए गए थे- जिनमें शोखुवि से जिरनीया, आमबासा, बेलोनिया और बइरबी के लिए 252 वैगन, बिहारा से जिरनीया एवं बेलोनिया के लिए 84 वैगन, डिटकछड़ा से जिरनीया के लिए 672 वैगन, मेंदीपथार से जिरनीया के लिए 63 वैगन, बइरबी से जिरनीया के लिए 61 वैगन और शालचापरा से जिरनीया के लिए 22 वैगन शामिल है। इस व्यापक कार्य से न केवल इस क्षेत्र में निर्माण सामग्रियों की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित हुई, बल्कि माल ढ़ुलाई राजस्व में भी उल्लेखनीय योगदान मिला।
इसके अतिरिक्त, कटिहार मंडल के विभिन्न स्टेशनों से मक्के के 27 रेक लोड किए गए, जिनमें पूर्णिया (08 रेक), अररिया (06), रानीपतरा (01), जलालगढ़ (03), डालखोला (07), फारबिसगंज (01) और बथनाहा (01) शामिल हैं। इसके अलावा, तूफानगंज स्टेशन से चावल के 0.5 रेक (25 वैगन) लोड किए गए और जिरनीया स्टेशन भेजे गए। बीडीयू ढांचे के तहत ये लक्षित प्रयास नए यातायात प्रवाह का उपयोग, टर्मिनल उपयोग को अनुकूलित करके और ग्राहक-अनुकूल समाधान प्रदान करके अपने माल ढुलाई व्यवसाय का विस्तार करने की पू. सी. रेलवे की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं।
पूसीरे अपने माल ढुलाई सेवाओं और ग्राहक इंटरफेस को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, साथ ही इस क्षेत्र के लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र में सार्थक योगदान कर रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय