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नई दिल्ली, 25 अगस्त (हि.स.)। विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के उप कार्यकारी निदेशक एवं सीओओ कार्ल स्कॉ ने सोमवार को कृषिभवन में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव, डॉ. देवेश चतुर्वेदी के साथ बैठक की। इस दाैरान राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर डब्ल्यूएफपी की गतिविधियों और योजनाओं पर चर्चा हुई।
कृषि
सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने डब्ल्यूएफपी के प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और सरकारों के साथ उनके समन्वय की सराहना की। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री की 'वैश्विक खाद्य उत्पादक' के रूप में भारत की भूमिका, खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भरता की दृष्टि तथा 'विकसित भारत' के लक्ष्यों से अवगत कराया। इस मौके पर कृषि सचिव डाॅ चतुर्वेदी ने भारत में कृषि क्षेत्र की कई नवाचारों जैसे फसल बीमा, डिजिटल कृषि, ट्रैसबिलिटी से भी अवगत कराया और आईसीएआर द्वारा विकसित जैव-फोर्टिफाइड (पोषण वृद्धि वाले) फसलों को खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण बताया।
इस मौके पर डब्ल्यूएफपी) के उप कार्यकारी निदेशक एवं सीओओ कार्ल स्कॉ ने भारत की खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वैश्विक खाद्य सुरक्षा परिदृश्य बढ़ती संघर्षों और जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। उन्होंने भारत की भूमिका को वैश्विक समाधान में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत अपनी सशक्त सामाजिक सुरक्षा प्रणाली, विविधीकरण एवं पोषण-समृद्ध पहल, महिला आर्थिक सशक्तिकरण और जलवायु-सहिष्णु आजीविका के माध्यम से अन्य देशों को समर्थन दे सकता है। इसके जरिए ज्ञान, तकनीक और सर्वोत्तम प्रथाएं साझा की जा सकती हैं। उन्होंने की डब्ल्यूएफपी की भारत के साथ सहयोग को और गहरा करने की प्रतिबद्धता भी जताई।
बैठक में खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग, विदेश मंत्रालय, जल-प्रबंधन डिवीजन, कृषि मंत्रालय, नीति आयोग और डाटा, मॉनिटरिंग और मूल्यांकन संगठन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी