मध्य प्रदेश में वर्ष 2003 में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे, अब 32 हो गए : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- बीमारी का इलाज और बीमार की मदद की व्यवस्था कर रही राज्य सरकार : मुख्यमंत्री - केंद्रीय मंत्री नड्डा और मुख्यमंत्री ने श्योपुर और सिंगरौली में नए मेडिकल कॉलेज का किया वर्चुअली लोकार्पण भोपाल, 25 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन य
जबलपुर में मेडिकल कालेज के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री


जबलपुर से वर्चुअली श्योपुर तथा सिंगरोली में नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण


पीपीपी मॉडल के 4 नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय स्थापना संबंधी अनुबंध का आदान प्रदान हुआ।


पीपीपी मॉडल के 4 नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय स्थापना संबंधी अनुबंध का आदान प्रदान हुआ।


- बीमारी का इलाज और बीमार की मदद की व्यवस्था कर रही राज्य सरकार : मुख्यमंत्री

- केंद्रीय मंत्री नड्डा और मुख्यमंत्री ने श्योपुर और सिंगरौली में नए मेडिकल कॉलेज का किया वर्चुअली लोकार्पण

भोपाल, 25 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बीमारों का दर्द कोई नहीं जानता, पर हमारी सरकार ने बीमार और उनके परिजन के दर्द को पहचान कर इलाज की व्यवस्था की है। मध्य प्रदेश में बीमारी का इलाज और बीमार की मदद की व्यवस्था हमारी सरकार भी कर रही है। सिर्फ इलाज ही नहीं, बीमारियों के शोध कार्यों को भी हम प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2003 में मध्य प्रदेश में केवल पांच मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे, वर्तमान में प्रदेश में 17 सरकारी और 13 निजी मेडिकल कॉलेज के साथ आज लोकार्पित होने वाले दो नए गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज के साथ अब 32 मेडिकल कॉलेज उपलब्ध हो गए हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस सांस्कृतिक सूचना केन्द्र में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रसाद नड्डा की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रिमोट का बटन दबाकर श्योपुर और सिंगरौली जिले में नवनिर्मित नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का वर्चुअली लोकार्पण किया। केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने इन दोनों मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स की 100-100 सीटों के प्रवेश के लिए केन्द्र सरकार की ओर से लैटर ऑफ परमिशन भी राज्य सरकार को दिया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य विकास और एक बेहतर परिवेश के निर्माण की दिशा में कार्य कर रहे हैं। पिछले डेढ़ वर्ष में करीब 15 शासकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की मंजूरी और निर्माण कार्य की दिशा में तेजी से प्रयास किए गए हैं। हमारी सरकार प्रदेश के हर जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने की दिशा में प्रयासरत है। हमारी सरकार का लक्ष्य प्रदेश को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस करना और नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए हम 'मिशन मोड' में आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के जनजातीय अंचलों के विकास के लिए संकल्पित है। राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हो रहा है। प्रदेशवासियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है। श्योपुर और सिंगरौली में मेडिकल कॉलेज खुलना केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मध्य प्रदेश 1956 में बना, तक यहां मात्र 5 मेडिकल कॉलेज थे। जितने भी नए मेडिकल कॉलेज मध्य प्रदेश को मिले हैं, वे केन्द्रीय मंत्री नड्डा के प्रयासों से ही मिल पाए हैं। भारत सरकार प्रदेशवासियों को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है। पात्र हितग्राहियों को पांच लाख रुपये का इलाज फ्री मिल रहा है। हमारी सरकार ने एक साल में 5 मेडिकल कॉलेज शुरू कर दिए हैं। प्रदेश में सरकारी और निजी क्षेत्र मिलाकर 32 मेडिकल कॉलेज हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोलने की शुरुआत की है। इनमें 75 प्रतिशत सीटें गरीब विद्यार्थियों को नि:शुल्क उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों को नि:शुल्क एयर एम्बुलेंस और शव वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई है। राज्य सरकार मानवता के भाव के साथ कार्य कर रही है। राहवीर योजना के अंतर्गत सड़क हादसे के घायलों को अस्पताल पहुंचाने पर मरीज को डेढ़ लाख का इलाज और उसे अस्पताल पहुंचाने वाले को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जा रहा है।

कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री और लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में अब 19 सरकारी मेडिकल कॉलेज और 13 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। भोपाल में एक एम्स भी है। प्रदेश में भविष्य में 26 शासकीय मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मात्र 1 रुपये में 25 एकड़ जमीन देकर पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज खोलने का नवाचार किया है। आज ऐसे ही चार नए मेडिकल कॉलेजों के लिए अनुबंधों पर हस्ताक्षर हुए हैं। चिकित्सा सेवाओं को लेकर प्रदेश में खुशी की लहर है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने आज श्योपुर और सिंगरौली के नए मेडिकल कॉलेजों को 100-100 सीटों पर एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए अनुमति पत्र सौंपा है। मध्य प्रदेश में स्वस्थ यकृत अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें मध्य प्रदेश देश में अव्वल है। हमारा आशा कार्यकर्ता, हैल्थ वर्कर के माध्यम से गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचने का लक्ष्य है। राज्य सरकार एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश में आशा संवाद के माध्यम से टैलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार विकसित भारत के साथ स्वस्थ भारत के संकल्प के साथ कार्य कर रही है।

प्रमुख सचिव संदीप यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में यह एक ऐतिहासिक दिन है। आज श्योपुर और सिंगरौली में नए मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ और पीपीपी मोड पर चार नए मेडिकल कॉलेज से निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए हैं। राज्य में पिछले साल तीन और इस साल दो मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए। भविष्य में चार कॉलेज और शुरू हो जाएंगे। अन्य 6 अभी निर्माणाधीन हैं। वे भी जल्द शुरू हो जाएंगे। आयुष्मान योजना में प्रदेश की 70 प्रतिशत जनता लाभान्वित हो रही है। इस योजना से जुड़ी चैटबॉट सेवा की शुरुआत भी हो रही है। मातृ शिशु कार्ड और एनीमिया के निदान की जागरूकता के लिए पोस्टर्स का विमोचन भी किया जा रहा है। यकृत मिशन में प्रदेश के एक करोड़ लोगों की लीवर की जांच की जा चुकी है। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य की दृष्टि से अग्रणी राज्य बनेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर