Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पूर्वी चंपारण,25 अगस्त (हि.स.)। रक्सौल के अहिरवा टोला गांव में एक आवारा सांड ने आतंक मचा रखा है। सांड के हमले से अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि ग्रामीण अब सांड के आतंक के कारण दहशत में जीने को अभिशप्त हैं।सांड अब इंसानो के साथ ही पालतू जानवरो को भी निशाना बनाने लगा है।
ग्रामीणों के अनुसार दो माह पूर्व ही सांड के हमले में घायल हुए मोतीलाल साह की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, रूदल यादव, विष्णु देव यादव, अवध यादव, कमल पटेल, नवल पटेल और प्रहलाद शर्मा समेत कई लोग अब तक घायल हो चुके हैं। बताया गया कि यह सांड न केवल इंसानों और पालतू पशुओं को घायल करता है बल्कि कई बार पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर चुका है। वर्दीधारी जवानों को चोटिल करने के साथ-साथ इसने एसएसबी और पुलिस की गाड़ियों को पलट दिया।
गांव में गैस सिलेंडर की गाड़ी पहुंचने पर यह सांड आक्रामक हो जाता है और उसके पीछे दौड़ पड़ता है। इसी कारण से गैस वितरण करने वाले वेंडर अब गांव में आने से कतराने लगे हैं। पालतू गाय, भैंस और बकरियों पर भी कई बार हमले हो चुके हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्वच्छ रक्सौल के अध्यक्ष रंजीत सिंह ने एसडीएम मनीष सिंह को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में सांड को पकड़कर जंगल अथवा किसी सुरक्षित स्थान पर भेजने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों का जनजीवन और भी प्रभावित होगा।
ग्रामीणों का कहना है कि अब स्थिति असहनीय हो चुकी है और प्रशासन को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। सांड की आक्रामकता को देखते हुए यह आशंका भी जताई जा रही है कि किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई कर सांड को गांव से हटाए जाने की मांग तेज हो गई है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार