सिंधी समाज के चालीसा का समापन, ज्योत विसर्जन कर की सुख-समृद्धि की कामना
धमतरी, 25 अगस्त (हि.स.)। सिंधी समाज द्वारा 40 दिनों तक की गई विशेष उपासना चालीसा महोत्सव का विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना के बाद समापन हुआ। इस अवसर पर समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए और सामूहिक प्रार्थना कर नगर व प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामन
समूह में खड़ी हुई समाज की महिलाएं।


धमतरी, 25 अगस्त (हि.स.)। सिंधी समाज द्वारा 40 दिनों तक की गई विशेष उपासना चालीसा महोत्सव का विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना के बाद समापन हुआ।

इस अवसर पर समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए और सामूहिक प्रार्थना कर नगर व प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।

समापन अवसर पर चालीसा की जोत का बैहराना निकाला गया। शोभायात्रा मेन रोड, पुराना बाजार, सरोजिनी चौक से होती हुई इंदिरा नगर वार्ड क्रमांक 10, स्वामी विवेकानंद वार्ड से गुजरते हुए वृंदावन सरोवर गार्डन पहुंची। यहां शाम छह बजे ज्योत को तालाब के पानी में समर्पित किया गया। इस दौरान समाज के लोगों ने पल्लव, अरदास और आरती कर सामूहिक रूप से धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए। समाजजनों ने बताया कि सिंधी समाज में चालीसा उपासना का विशेष महत्व है। 40 दिनों तक की गई इस साधना से आत्मबल, आस्था और सामाजिक एकता मजबूत होती है।

कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं ने धार्मिक माहौल में भक्ति गीत गाए और एक-दूसरे को प्रसाद वितरित कर समापन की खुशी साझा की। इस अवसर पर नरेश सचदेव, कन्हैया लालवानी, प्रकाश चैनवानी, मुरली साजिदा, मोनू सुखरामणि, प्रकाश सुखरामणि, महेश सचदेव, महेंद्र चैनवानी, अनिल सुखरामणि, कीर्ति चैनवानी, कशिश पंजवानी, रेणु असरानी, कमलेश असरानी, प्रकाश रामानी, आकाश रमाणी, राखी रमाणी, राजकुमार बजाज, अनिल बजाज सहित समाज के सैकड़ों महिला-पुरुष उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा