धमतरी : दुकान सीलिंग और वसूली कार्रवाई शुरू, पांच दुकानें सील
निगम ने लंबे समय बाद शुरू की कार्रवाई
सीलबंद की कार्रवाई करती हुई नगर निगम की टीम।


धमतरी, 25 अगस्त (हि.स.)। नगर निगम द्वारा बड़े बकायादारों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए दुकानों को सील करने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।

आयुक्त प्रिया गोयल के निर्देश पर गठित विशेष दल ने 25 अगस्त से अभियान की शुरुआत की। कार्रवाई के पहले ही दिन विभिन्न कांप्लेक्सों में स्थित पांच दुकानों को सील किया गया। निगम ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।

कार्रवाई में दल क्रमांक तीन सक्रिय रूप से शामिल रहा, जिसका नेतृत्व दल प्रभारी मोहम्मद शेरखान ने किया। उनके साथ चैतन्य सिंह चंदेल, कन्हैया मांडवी, कमलेश साहू, खिलावन रजक, सन्नी वाल्मीकि, सरिता सोना और कंचन किरण साहू भी मौजूद रहे। दल के सदस्यों ने बकायेदारों को नोटिस देने के बाद दुकानें सील की। निगम की टीम ने बकाया वसूली की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया।

निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सिर्फ दुकानों की सीलिंग ही नहीं, बल्कि नाल कनेक्शन विच्छेद की कार्रवाई भी की जाएगी। जिन दुकानदारों ने लंबे समय से कर का भुगतान नहीं किया है, उन्हें किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी।

निगम के अनुसार, 40 वार्डों में संचालित दुकानदारों पर बकाया वसूली का दबाव बनाया जा रहा है। आयुक्त प्रिया गोयल ने कहा कि नगर निगम की आय में वृद्धि और नागरिक सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए बकायेदारों पर यह सख्ती आवश्यक है।

उन्होंने व्यापारियों से अपील की है कि, स्वेच्छा से अपने बकाया का भुगतान करें, अन्यथा सीलिंग और विच्छेदन की कार्रवाई अनवरत जारी रहेगी। नगर निगम की इस सख्त कार्रवाई से अन्य बकायेदारों में भी हलचल मची हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और अधिक दुकानों पर ताला लग सकता है।

जानकारी के अनुसार, नगर निगम को संपत्ति कर, दुकान किराया, जलकर के रूप में लाखों रुपये वसूल करने हैं। शहर के कई नागरिक नगर निगम से सुविधा लेने के लिए नल कनेक्शन और दुकान किराए पर तो ले लेते हैं, लेकिन नियमित इसका शुल्क नहीं पटाते। इसके चलते शुल्क बढ़ते बढ़ते पहले सैकड़ों फिर हजारों और बाद में लाखों तक पहुंच जाता है।

नगर निगम क्षेत्र में सैकड़ों लोग हैं जिनका राजस्व बकाया है। बार-बार निगम द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद भी कुछ असर नहीं होता। तालाबंदी और जब्ती की कार्रवाई अपनाने के बाद लोग शुल्क पटाने पहुंचते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा